ट्रंप ने मोदी को कह दी ये बड़ी बात, अब क्या होगा?
Modi and Trump

ट्रंप ने मोदी को कह दी ये बड़ी बात, अब क्या होगा?

ट्रंप ने मोदी को कह दी ये बड़ी बात, अब क्या होगा?

 

अमेरिका और भारत के बीच शुल्क विवाद

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साफ संदेश दिया है कि भारत को वाशिंगटन के जवाबी शुल्कों से कोई छूट नहीं दी जाएगी। ट्रंप ने स्पष्ट रूप से कहा, “शुल्क के मुद्दे पर कोई भी मुझसे बहस नहीं कर सकता।”

साक्षात्कार में ट्रंप का बयान

ट्रंप ने ‘फॉक्स न्यूज’ को दिए एक साक्षात्कार में भारत के साथ व्यापारिक शुल्कों पर अपनी सख्त नीति का जिक्र किया। इस साक्षात्कार में ट्रंप और अरबपति एलन मस्क ने शुल्क और आर्थिक नीतियों पर चर्चा की।

मोदी-ट्रंप बैठक से पहले बड़ा ऐलान

13 फरवरी को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक से कुछ घंटे पहले, ट्रंप ने “जवाबी टैरिफ” की योजना की घोषणा की। इसके तहत अमेरिका हर उस देश पर समान शुल्क लगाएगा, जो अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क वसूलता है।

ट्रंप का सीधा संदेश

ट्रंप ने कहा, “मैंने मोदी से कहा, ‘हम यही करेंगे: बराबर का जवाबी शुल्क। आप जो भी शुल्क लेंगे, मैं भी वही करूंगा।’” ट्रंप ने यह भी बताया कि मोदी ने असहमति जताई और कहा, “नहीं, मुझे यह पसंद नहीं है।” लेकिन ट्रंप ने साफ कहा, “हर देश के साथ यही हो रहा है।”

भारत पर अधिक आयात शुल्क का आरोप

अमेरिका का आरोप है कि भारत कई उत्पादों पर अत्यधिक आयात शुल्क लगाता है। उदाहरण के तौर पर, ऑटोमोबाइल सेक्टर में भारत 100 प्रतिशत आयात शुल्क लेता है, जो अमेरिका के लिए चिंता का विषय है।

मस्क का ट्रंप को समर्थन

एलन मस्क ने भी साक्षात्कार के दौरान इस मुद्दे पर ट्रंप का समर्थन किया। मस्क ने कहा, “ऑटो आयात पर 100 प्रतिशत शुल्क बहुत ज्यादा है। यह कई अन्य उत्पादों पर भी लागू होता है। मैंने ट्रंप से कहा, ‘जवाबी शुल्क लागू करना चाहिए। जो शुल्क वे लगाएं, वही हम भी लगाएं।’”

ट्रंप की नीति से क्या होगा असर?

राष्ट्रपति ट्रंप ने दोहराया कि उनकी जवाबी शुल्क नीति हर देश पर लागू होगी, जिसमें भारत भी शामिल है। इसके तहत अमेरिका भारतीय आयातों पर उतना ही शुल्क लगाएगा, जितना भारत अमेरिकी आयातों पर वसूलता है।

निष्कर्ष:

 

ट्रंप के इस कड़े रुख से भारत-अमेरिका के व्यापारिक रिश्तों में तनाव बढ़ सकता है। अब देखना यह होगा कि भारत इस पर क्या कदम उठाता है और दोनों देशों के व्यापारिक संबंध किस दिशा में जाते हैं।

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