सेंसेक्स और निफ्टी ने छुआ नया शिखर: जैक्सन होल बैठक के प्रभाव से भारतीय बाजार में उछाल

सेंसेक्स और निफ्टी ने छुआ नया शिखर: भारतीय शेयर बाजार में तेजी जारी

सेंसेक्स और निफ्टी

30 अगस्त को समाप्त सप्ताह में भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखी गई, जहां सेंसेक्स ने 82,637.03 का नया उच्च स्तर छूते हुए सप्ताह का समापन 82,365.77 अंक पर किया। इसी तरह, निफ्टी 50 इंडेक्स भी 25,268.35 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा और 25,235.9 पर बंद हुआ।

जैक्सन होल बैठक का प्रभाव: वैश्विक बाजारों में सकारात्मकता

इस ऐतिहासिक उछाल का प्रमुख कारण अमेरिकी फेडरल रिजर्व की जैक्सन होल बैठक से उत्पन्न सकारात्मक वैश्विक भावना रही। फेडरल रिजर्व द्वारा दर कटौती के संकेतों ने बाजार में उत्साह को बढ़ावा दिया, जिससे भारतीय सूचकांक नए उच्च स्तर पर पहुंच गए। यह संकेत देता है कि वैश्विक बाजार की दिशा और अमेरिकी केंद्रीय बैंक के फैसले भारतीय बाजारों पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।

मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में भी मजबूती

बीएसई मिडकैप और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स ने भी इस सप्ताह में अच्छी वृद्धि दर्ज की। मिडकैप इंडेक्स में 1.5% की वृद्धि हुई, जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स ने 0.6% की बढ़त दिखाई। हालांकि, ये दोनों सूचकांक प्रमुख लार्जकैप इंडेक्स के मुकाबले थोड़ा कमजोर रहे, लेकिन फिर भी निवेशकों को अच्छे रिटर्न की संभावना है।

निवेशकों का रुख: एफआईआई की बिकवाली, डीआईआई की खरीदारी

इस सप्ताह के दौरान, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने 19,139.76 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 20,871.10 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह दर्शाता है कि घरेलू निवेशकों ने बाजार की तेजी का भरपूर फायदा उठाया है, जबकि विदेशी निवेशक मुनाफा वसूल रहे हैं।

आगे की राह: निफ्टी और सेंसेक्स के लिए संभावनाएं

विश्लेषकों के अनुसार, अगर निफ्टी 25,000 के स्तर से ऊपर बना रहता है, तो बाजार में मजबूती बनी रहेगी और निकट भविष्य में 25,500 के स्तर तक पहुंचने की संभावना है। नीचे की ओर, 25,000 – 24,900 का स्तर महत्वपूर्ण समर्थन के रूप में देखा जा रहा है। इस समर्थन के नीचे गिरने पर, बाजार में कुछ समय के लिए कमजोरी आ सकती है।

ऑटो सेक्टर पर नजर: मासिक बिक्री आंकड़ों की प्रतीक्षा

आगे के सप्ताह में, निवेशकों की नजर ऑटो सेक्टर पर रहेगी, क्योंकि ओईएम अपनी मासिक बिक्री आंकड़ों की घोषणा करेंगे। यह आंकड़े बाजार के रुझान को प्रभावित कर सकते हैं और शेयर-विशिष्ट कार्रवाई में अहम भूमिका निभा सकते हैं। ऑटोमोबाइल सेक्टर के मजबूत आंकड़े बाजार में और तेजी ला सकते हैं।

निष्कर्ष

भारतीय शेयर बाजार में हालिया तेजी ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं, और विशेषज्ञों का मानना है कि यह सकारात्मक रुख जारी रहेगा। जैक्सन होल बैठक के प्रभाव से उत्पन्न वैश्विक भावना और घरेलू संस्थागत निवेशकों के मजबूत समर्थन के चलते बाजार में मजबूती बनी रहेगी। निवेशकों के लिए यह समय सतर्कता और संभावनाओं के संतुलन का है, खासकर जब बाजार नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रहा है। ध्यान रखें कि बाजार की तेजी का लाभ उठाने के साथ-साथ जोखिमों को भी समझना महत्वपूर्ण है।

अस्वीकरण:

इस लेख में दी गई जानकारी निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की राय पर आधारित है। निवेश से जुड़े किसी भी फैसले को लेने से पहले, कृपया एक सर्टिफाइड वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श करें।

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