SEBI डेरिवेटिव मार्केट पर नहीं लगाएगा कोई नया प्रतिबंध

SEBI डेरिवेटिव मार्केट पर नहीं लगाएगा कोई नया प्रतिबंध

भारतीय शेयर बाजार में डेरिवेटिव सेगमेंट (Derivatives Segment) की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है। मार्केट रेगुलेटर SEBI ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर कोई नया प्रतिबंध लगाने की योजना नहीं है। SEBI के होलटाइम मेंबर अनंत नारायण ने एक इवेंट में बताया कि डेरिवेटिव सेगमेंट में सुधार और रिस्क मैनेजमेंट पर फोकस किया जाएगा, लेकिन कोई कठोर कदम उठाने का विचार नहीं है।

डेरिवेटिव मार्केट के सुधार के लिए एक्सपर्ट ग्रुप का गठन

अनंत नारायण ने जानकारी दी कि रिजर्व बैंक के पूर्व एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर जी पद्मनाभन की अध्यक्षता में एक एक्सपर्ट ग्रुप का गठन किया गया है। यह ग्रुप डेरिवेटिव मार्केट में कारोबारी सुगमता और रिस्क मैनेजमेंट सुधारने के उपायों पर काम करेगा।

इस ग्रुप का उद्देश्य:

  • रिस्क मैनेजमेंट में सुधार
  • प्राइस डिस्कवरी में मदद
  • बेहतर कारोबारी माहौल तैयार करना

पिछले प्रतिबंध और उनके प्रभाव

नवंबर 2023 में SEBI ने फ्यूचर्स और ऑप्शंस मार्केट में भारी उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने के लिए कई प्रतिबंध लगाए थे। यह कदम इसलिए उठाया गया था क्योंकि पिछले तीन वर्षों में 93% निवेशकों को डेरिवेटिव ट्रेडिंग में नुकसान हुआ था।

हालांकि, अनंत नारायण ने कहा कि वर्तमान में डेरिवेटिव मार्केट में ट्रेडिंग के लिए ‘उपयुक्तता और अनुकूलता’ जैसे प्रावधान लागू करने का कोई इरादा नहीं है।

SEBI डेरिवेटिव मार्केट पर नहीं लगाएगा कोई नया प्रतिबंध

डेरिवेटिव मार्केट की महत्ता

SEBI के होलटाइम मेंबर ने डेरिवेटिव मार्केट के महत्व को बताते हुए कहा कि:

  • डेरिवेटिव मार्केट प्राइस डिस्कवरी में अहम भूमिका निभाता है।
  • यह मार्केट की लिक्विडिटी बढ़ाने और निवेशकों के लिए एक बेहतर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म तैयार करने में मदद करता है।
  • डेरिवेटिव से संबंधित किसी भी नए नियम को लागू करने से पहले परामर्श और गहन विचार-विमर्श किया जाएगा।

बेहतर लिक्विडिटी के लिए SEBI की रणनीति

अनंत नारायण ने कहा कि कैश मार्केट और डेरिवेटिव मार्केट के बीच बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करना जरूरी है। दोनों बाजारों में वॉल्यूम और लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए उपाय किए जाएंगे, ताकि निवेशकों को एक आदर्श ट्रेडिंग वातावरण मिल सके।

निवेशकों के लिए संदेश

SEBI की इस घोषणा से यह साफ हो गया है कि

  • डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर फिलहाल कोई नया प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा।
  • फोकस सुधार, रिस्क मैनेजमेंट, और लिक्विडिटी बढ़ाने पर रहेगा।
  • SEBI डेरिवेटिव मार्केट को और अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए एक्सपर्ट ग्रुप के सुझावों पर काम करेगा।

निष्कर्ष

SEBI के इस रुख से यह स्पष्ट है कि डेरिवेटिव मार्केट में सुधार लाने के लिए कोई भी कदम उठाने से पहले सभी पक्षों से सलाह ली जाएगी। डेरिवेटिव मार्केट में ट्रेडिंग के लिए अभी स्थिरता बनी रहेगी और निवेशक अपनी रणनीति के अनुसार ट्रेडिंग जारी रख सकते हैं।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top