अमेरिकी अर्थव्यवस्था
अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर संकट के बादल
प्रसिद्ध वैश्विक निवेशक जिम रोजर्स ने अमेरिका की अर्थव्यवस्था को लेकर एक गंभीर चेतावनी जारी की है। उनका मानना है कि अमेरिका एक बड़ी आर्थिक मंदी की ओर बढ़ रहा है, जो 2008 की मंदी से भी अधिक भयावह हो सकती है।
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रोजर्स ने अमेरिकी शेयरों को बेचना शुरू कर दिया है।
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उनका कहना है कि अगर उन्हें अभी निवेश करना हो, तो वे चीन को प्राथमिकता देंगे।
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भारत में हाल की गिरावट के बावजूद, भारतीय बाजार अभी भी महंगा है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था के गिरावट के कारण
बढ़ता सरकारी कर्ज – अमेरिका पर कर्ज बढ़ता जा रहा है, जो अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
फेडरल रिजर्व की मनी प्रिंटिंग – बेतहाशा पैसा छापने से डॉलर कमजोर हो सकता है और महंगाई बढ़ सकती है।
मंदी का ऐतिहासिक चक्र – अमेरिका हर 4-7 साल में आर्थिक संकट का सामना करता है, लेकिन इस बार मंदी को अस्थायी रूप से टाला जा रहा है, जिससे स्थिति और बिगड़ सकती है।
महंगाई का खतरा अभी टला नहीं
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अमेरिका में मुद्रास्फीति (महंगाई) की समस्या अभी खत्म नहीं हुई।
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हाल के वर्षों में अधिक पैसा छापने से महंगाई दर में वृद्धि हुई है।
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इस समस्या का असर लंबे समय तक बना रह सकता है।
निवेशकों के लिए चेतावनी और सलाह
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जिम रोजर्स ने निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
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वे कहते हैं कि अर्थव्यवस्था में संभावित गिरावट के लिए तैयारी जरूरी है।
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किसी भी बड़े आर्थिक संकट से बचने के लिए निवेशकों को समझदारी से फैसले लेने होंगे।