फाइनेंशियल प्लानिंग का सही समय
1 अप्रैल से नया वित्त वर्ष (Financial Year) शुरू हो रहा है, जो अगले 12 महीनों के लिए वित्तीय योजना बनाने का सही मौका है। इस दौरान आयकर (Income Tax) नियमों में कई बदलाव लागू होंगे, जिससे निवेश रणनीति (Investment Plan) को अपडेट करना और वित्तीय लक्ष्यों (Financial Goals) की समीक्षा करना जरूरी हो जाता है। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
इनवेस्टमेंट पोर्टफोलियो की समीक्षा क्यों जरूरी?
पिछले 6 महीनों में शेयर बाजार (Stock Market) में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है।
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13 मार्च 2025 तक
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BSE Sensex – 5.5% की गिरावट
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Nifty 50 – 5.3% की गिरावट
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Midcap Index – 15.3% की गिरावट
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Smallcap Index – 20.6% की गिरावट
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हालांकि, 15 मार्च के बाद बाजार में तेजी देखने को मिली, जिससे Sensex 4.98% और Nifty 5.2% तक चढ़ा।
इस उतार-चढ़ाव को देखते हुए, म्यूचुअल फंड निवेशकों (Mutual Fund Investors) को अपनी निवेश रणनीति पर दोबारा विचार करना चाहिए।
इनवेस्टमेंट अमाउंट बढ़ाने पर विचार करें
अपने पोर्टफोलियो (Portfolio) का संतुलन (Rebalancing) करना इस समय जरूरी हो सकता है।
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पोर्टफोलियो विविधीकरण (Portfolio Diversification) करें
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सही अनुपात में शेयर (Shares), सोना (Gold), बॉन्ड्स (Bonds), और अंतरराष्ट्रीय निवेश (International Investment) शामिल करें
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अगर आपकी वेतन (Salary) में बढ़ोतरी हो रही है, तो SIP (Systematic Investment Plan) की राशि बढ़ाने पर विचार करें
इससे वित्तीय लक्ष्यों (Financial Goals) को जल्दी और आसानी से प्राप्त किया जा सकता है।
नई टैक्स रीजीम में अधिक लाभ
सरकार ने इस साल के केंद्रीय बजट (Union Budget) में नई टैक्स व्यवस्था (New Tax Regime) को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कई बड़े बदलाव किए हैं।
नए टैक्स नियमों से संभावित बचत
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12 लाख रुपये की सालाना आय पर – ₹83,200 की बचत
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15 लाख रुपये की सालाना आय पर – ₹32,500 की बचत
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24 लाख रुपये की सालाना आय पर – ₹1.14 लाख की बचत
टैक्सपेयर्स (Taxpayers) को देखना चाहिए कि उनके लिए नई या पुरानी टैक्स व्यवस्था में से कौन-सी अधिक फायदेमंद है।
निष्कर्ष सही योजना से बेहतर रिटर्न
नए वित्त वर्ष की शुरुआत में निवेश रणनीति (Investment Strategy) की समीक्षा करना और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार पोर्टफोलियो (Portfolio) में बदलाव करना फायदेमंद रहेगा। सही टैक्स प्लानिंग (Tax Planning) से टैक्स बचत के साथ-साथ बेहतर रिटर्न (Returns) भी मिल सकते हैं।