Larry Fink

Larry Fink की चेतावनी, Nifty 18,000 तक आ सकता है

Larry Fink की चेतावनी

अगर हाल की मार्केट रैली देखकर आप भी निवेश के लिए उतावले हो रहे हैं, तो रुक जाइए — क्योंकि ब्लैकरॉक के सीईओ लैरी फिंक की मानें तो अभी सबसे बड़ा खतरा टला नहीं है। उनकी चेतावनी है कि ग्लोबल स्टॉक मार्केट में 20% तक की गिरावट अभी भी संभव है।

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ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी बन सकती है अगली बड़ी गिरावट की वजह

Larry Fink ने अमेरिका की आगामी नीतियों, खासकर डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी, को लेकर चिंता जताई है। उनके अनुसार, यह पॉलिसी ग्लोबल ट्रेड को प्रभावित करेगी और पहले से ही बाजार इसकी झलक दिखाने लगे हैं।

  • Nasdaq Index पहले ही 2025 में करीब 20% तक गिर चुका है।

  • निवेशकों का भरोसा डगमगाने लगा है, और अब एशियाई बाजारों पर भी इसका असर पड़ने लगा है।

Nifty 18,000 तक गिर सकता है?

अगर लैरी फिंक की चेतावनी सही साबित होती है, तो भारतीय बाजार में Nifty का स्तर 18,000 तक गिर सकता है — यानी मौजूदा स्तर से 20% की बड़ी गिरावट।

इस स्थिति में स्मॉलकैप और मिडकैप शेयर सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

 गिरावट पहले से शुरू हो चुकी है

  • सितंबर 2024 से भारत के शेयर बाजार में गिरावट का रुख देखा जा रहा है।

  • SIP रेशियो भी इस दौरान कम हुआ है, जो निवेशकों के सेंटिमेंट को दर्शाता है।

  • स्मॉलकैप और मिडकैप में बड़ी गिरावट पहले ही दर्ज की जा चुकी है।

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क्या अमेरिका पहले ही मंदी में प्रवेश कर चुका है?

Larry Fink का कहना है कि उन्होंने कई बड़ी कंपनियों के CEOs से बात की है, और उनमें से अधिकांश का मानना है कि अमेरिका पहले ही Recession में प्रवेश कर चुका है

इसके पीछे मुख्य वजहें

  • महंगाई में दोबारा उछाल

  • उत्पादन लागत में बढ़ोतरी

  • उपभोक्ता खर्च में कमी

 महंगाई की वापसी का डर

COVID के बाद महंगाई को कंट्रोल में लाने में अमेरिका को कई साल लगे। लेकिन अब टैरिफ पॉलिसी दोबारा इस दबाव को बढ़ा सकती है। इससे ब्याज दरों में बदलाव की आशंका भी बढ़ेगी — और बाजार पर फिर से नकारात्मक असर पड़ेगा।

 निवेशकों के लिए सुझाव क्या करें इस माहौल में?

  1. Asset Allocation की समीक्षा करें

  2. SIP को बंद ना करें

  3. गिरावट में क्वालिटी स्टॉक्स पर नजर रखें

  4. घबराएं नहीं, रणनीति के साथ आगे बढ़ें

 निष्कर्ष

Larry Fink जैसे अनुभवी ग्लोबल लीडर की चेतावनी को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। अभी भी बाजार में सुधार की उम्मीदें हैं, लेकिन एक स्मार्ट और सतर्क निवेशक ही मौकों का सही फायदा उठा सकता है।

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