शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल
KSE-100 और KSE-30 में 9% से ज्यादा की बढ़त
12 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर की घोषणा के बाद पाकिस्तान स्टॉक मार्केट में जोरदार तेजी देखी गई।
KSE-30 इंडेक्स में 9% की बढ़त के कारण ट्रेडिंग को कुछ समय के लिए रोकना पड़ा, जबकि KSE-100 इंडेक्स में 9,928 अंकों की छलांग के साथ यह 117,104.11 के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।
IMF बेलआउट पैकेज और तनाव में कमी बनी तेजी की वजह
इस तेजी की प्रमुख वजह रही IMF द्वारा पाकिस्तान को 2.3 अरब डॉलर का बेलआउट पैकेज और भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव में आई अचानक कमी।
हाल ही में मिसाइल और ड्रोन हमलों की वजह से माहौल तनावपूर्ण था, लेकिन सीजफायर रिस्टोरेशन ने निवेशकों को राहत दी और बाजार में सकारात्मक संकेत लौटे।
IMF की मंजूरी और भारत की तटस्थ भूमिका
9 मई को IMF बोर्ड ने बेलआउट पैकेज को मंजूरी दी, जिससे पाकिस्तान को तत्काल राहत मिली।
दिलचस्प बात यह रही कि भारत ने इस IMF वोटिंग से खुद को अलग रखा, जिससे उसकी तटस्थ स्थिति बनी रही।
भारत में भी बाजारों ने दिखाई मजबूती
सीजफायर के असर भारत में भी देखने को मिले।
Sensex और Nifty में लगभग 2.5% की तेजी रही, जहां Sensex 81,689.46 और Nifty 24,700.05 पर बंद हुआ।
Smallcap और Midcap शेयरों में भी बड़ी तेजी देखी गई – BSE Smallcap में 3.5% और Midcap में 3.1% की उछाल रही।
Volatility Index में गिरावट से निवेशकों को राहत
लगातार आठ दिनों की तेजी के बाद India VIX (Volatility Index) में 12 मई को गिरावट दर्ज की गई, जो निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत रहा।
8 मई को पाकिस्तान बाजार में भारी गिरावट
हालांकि सीजफायर से ठीक पहले, 8 मई को पाकिस्तान स्टॉक मार्केट में KSE-30 इंडेक्स में 7.2% की गिरावट के कारण ट्रेडिंग को रोका गया था।
यह दिखाता है कि बाजार कितनी जल्दी सेंटीमेंट पर प्रतिक्रिया देता है।
बीते साल का प्रदर्शन और वैश्विक निवेशकों की नजर
पिछले वर्ष पाकिस्तान का स्टॉक मार्केट 22 वर्षों में सबसे अच्छा प्रदर्शन कर चुका है।
KSE-30 इंडेक्स ने सालभर में 33% से अधिक की बढ़त दर्ज की है, जिससे ग्लोबल निवेशकों का ध्यान एक बार फिर इस बाजार की ओर गया है।
भारत बनाम पाकिस्तान मार्केट वैल्यूएशन का अंतर
वर्तमान में कराची स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप मात्र 20.36 अरब डॉलर है, जबकि भारत का स्टॉक मार्केट 5 ट्रिलियन डॉलर के पार जा चुका है।
भारत दुनिया के टॉप-5 शेयर बाजारों में शामिल हो गया है, जहां 5,000 से अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं, जबकि पाकिस्तान में यह संख्या 500 से भी कम है।