Return से ज्यादा अब Safety पर फोकस करें
यदि आप मौजूदा शेयर बाजार की अनिश्चितता के बीच सुरक्षित निवेश (Safe Investment) की तलाश में हैं, तो Private Banks एक मजबूत और स्थिर विकल्प साबित हो सकते हैं।
Inam Holdings के Investment Director Sridhar Sivaram ने Moneycontrol को दिए एक इंटरव्यू में यह विचार साझा किए।
Banking Stocks अब नजर आ सकता है Revival
Sivaram के मुताबिक, बीते कुछ वर्षों में Banking Sector ने वैसी परफॉर्मेंस नहीं दी जैसी उम्मीद थी।
लेकिन अब इसमें 12-15% की वार्षिक Profit Growth की संभावना है।
उनका कहना है
“Valuation Rating नहीं भी बढ़े, फिर भी Earnings Growth बनी रहेगी। ऐसे में शेयरों में तेज गिरावट की संभावना बेहद कम है।”
Microfinance और Small NBFCs में बढ़ रहा है जोखिम
Sivaram ने निवेशकों को Microfinance Institutions (MFIs) और छोटे NBFCs से सावधान रहने की सलाह दी।
मुख्य कारण
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Loan Disbursement में अत्यधिक आक्रामकता
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कई Borrowers को दिए गए Multiple Loans
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₹1 लाख करोड़ के आसपास के लोन, जो Repeat Borrowers को दिए गए हैं
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Customer Base में मात्र 3-4% की वृद्धि, जबकि लोन बुक में तेज ग्रोथ
इससे Credit Risk बहुत बढ़ गया है और इस क्षेत्र में गिरावट की आशंका बनी हुई है।
Private Banks क्यों हैं एक बेहतर विकल्प?
Sridhar Sivaram के अनुसार, बड़े Private Banks में निवेश के प्रमुख फायदे:
Loan Book Quality मजबूत
Risk Management प्रोफेशनल और मैनेज्ड
Stable Profitability, जिससे भविष्य की योजना बनाई जा सकती है
Earnings में अनुमानित 15% Growth, जो लॉन्ग टर्म में अच्छा Return दे सकती है
“पहले Profit Growth 20% तक रहती थी, अब 15% के आसपास है — लेकिन स्थिर और सुरक्षित है।”
निष्कर्ष Long-Term के लिए Private Banks बेहतर
अगर आपका लक्ष्य Capital Safety + Stable Return है, तो बड़े Private Banks में निवेश एक स्मार्ट रणनीति हो सकती है।
वहीं दूसरी ओर, Microfinance और छोटे NBFCs में फिलहाल Over-leveraging और High Credit Risk जैसी समस्याएं हैं — जिससे बचना ही बेहतर है।
Quick Takeaways
निवेश क्षेत्र | राय |
---|---|
Private Banks | Safe & Stable |
Microfinance | High Risk |
Small NBFCs | Avoid for now |