ट्रंप की टैरिफ धमकी से बाजार में हलचल
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर यूरोपीय संघ (EU) को कड़ा संदेश देते हुए 50% आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने की घोषणा कर दी है। ट्रंप ने शुक्रवार को बयान जारी करते हुए कहा कि यह टैरिफ 1 जून 2025 से लागू किया जाएगा।
इस घोषणा के बाद अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली है। Dow Jones, Nasdaq और अन्य प्रमुख इंडेक्स में कमजोरी आई है, जिससे निवेशकों में चिंता बढ़ गई है।
टैरिफ ऐलान का असर अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों पर
ट्रंप के बयान के बाद
-
अमेरिकी शेयर बाजार में 300 से 500 अंकों की गिरावट दर्ज की गई।
-
यूरोपीय बाजारों में भी FTSE, DAX और CAC 40 जैसे इंडेक्स में दबाव देखा गया।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम ग्लोबल ट्रेड वॉर को और बढ़ा सकता है।
भारतीय बाजार पर क्या होगा असर?
हालांकि अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में गिरावट के चलते भारतीय शेयर बाजार (Sensex, Nifty) पर सोमवार को शुरुआती दबाव देखने को मिल सकता है, लेकिन कुछ क्षेत्रों को इससे लाभ भी हो सकता है।
संभव फायदे
-
भारतीय निर्यातकों को अमेरिका में नए अवसर मिल सकते हैं।
-
भारत और अमेरिका के बिलेट्रल ट्रेड रिलेशन मजबूत हो सकते हैं।
-
मेक इन इंडिया और चीन+1 पॉलिसी को गति मिल सकती है।
आगे की रणनीति निवेशकों को क्या करना चाहिए?
-
सोमवार को बाजार में वोलैटिलिटी की उम्मीद है।
-
निवेशकों को IT, Pharma, Export-Oriented और FMCG सेक्टर पर नजर रखनी चाहिए।
-
शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स को सतर्क रहना चाहिए और केवल तकनीकी स्तरों के आधार पर ट्रेड करना उपयुक्त होगा।
निष्कर्ष
डोनाल्ड ट्रंप का यह टैरिफ ऐलान आने वाले दिनों में वैश्विक आर्थिक समीकरणों को प्रभावित कर सकता है। जहां यूरोप और अमेरिका के संबंधों में तनाव बढ़ेगा, वहीं भारत जैसे उभरते बाजारों को इससे रणनीतिक और व्यापारिक लाभ मिलने की संभावना है।