मंथली एक्सपायरी

मंथली एक्सपायरी में बाजार फिसला, ट्रंप टैरिफ पर कोर्ट के फैसले से IT-मेटल शेयरों में तेजी

मंथली एक्सपायरी के दिन बाजार में दबाव

मंथली एक्सपायरी के दिन भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल देखने को मिला। दिन की शुरुआत में तेजी के बावजूद, अंत तक बाजार में मुनाफावसूली हावी हो गई।

मंथली एक्सपायरी

 Nifty और Bank Nifty पर दबाव

  • Nifty 50 अपने दिन के उच्चतम स्तर से 125 अंक नीचे फिसला।

  • Bank Nifty में 500 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज की गई, जिससे बैंकिंग सेक्टर पर दबाव बना रहा।

 मिडकैप और स्मॉलकैप में बना रहा जोश

  • Midcap और Smallcap शेयरों में सकारात्मक रुझान बरकरार रहा।

  • India VIX (Volatility Index) में 7% की गिरावट, जो बाजार में स्थिरता के संकेत दे रहा है।

 ट्रंप टैरिफ पर कोर्ट के फैसले से आईटी और मेटल सेक्टर में तेजी

US Court of International Trade ने ट्रंप प्रशासन द्वारा 2 अप्रैल को लगाए गए Reciprocal Tariff को अवैध करार देते हुए उस पर रोक लगा दी है। इस फैसले का सीधा असर भारतीय IT और मेटल सेक्टर्स पर देखा गया।

  • IT Index और Metal Index में करीब 0.50% की तेजी

  • LTIMindtree, Mphasis, Infosys जैसे शेयरों में 1% से 2% की तेजी दर्ज की गई।

 PSU Banks और FMCG में मुनाफावसूली

मंथली एक्सपायरी

वहीं दूसरी ओर, सरकारी बैंक (PSU Banks) और FMCG सेक्टर में मुनाफावसूली देखने को मिली। निवेशकों ने इन शेयरों में लाभ उठाकर कुछ पोर्टफोलियो खाली किए, जिससे इनमें कमजोरी आई।

 कोर्ट का फैसला ट्रंप प्रशासन को झटका

  • अमेरिकी अदालत ने ट्रंप द्वारा लगाए गए Reciprocal Tariff को “Emergency Law” के दुरुपयोग के आधार पर अवैध बताया।

  • Democratic States और Small Business Groups की याचिका पर फैसला आया।

  • ट्रंप प्रशासन ने इस निर्णय के खिलाफ Federal Court में अपील दायर की है, जिसमें कहा गया है कि “ऐसे निर्णय निर्वाचित सरकारों को लेने चाहिए, न कि न्यायपालिका को।”

आगे क्या कर सकती है अमेरिकी सरकार?

US Government के पास अभी भी विकल्प मौजूद हैं:

  1. Section 232 सेक्टर-विशिष्ट टैरिफ लागू किया जा सकता है।

  2. Section 122 बिना Congress मंजूरी 15% बेसलाइन टैरिफ 150 दिन तक लागू हो सकता है।

  3. Section 301 व्यापारिक साझेदारों के खिलाफ ट्रेड इन्वेस्टिगेशन शुरू की जा सकती है।

  4. Section 238 अधिकतम 50% तक टैरिफ लगाया जा सकता है।

किन सेक्टरों पर नहीं पड़ेगा असर?

  • Aluminium और Steel पर पहले से ही Section 232 के तहत टैरिफ लागू है, और ये सेक्टर कोर्ट के इस फैसले से अप्रभावित रहेंगे।

 निष्कर्ष

मंथली एक्सपायरी और अमेरिका से आए टैरिफ फैसलों ने बाजार को दो हिस्सों में बांट दिया — एक ओर IT और मेटल सेक्टर को राहत मिली, वहीं बैंकिंग और FMCG पर दबाव रहा। आने वाले दिनों में अमेरिकी नीति परिवर्तन और घरेलू फैक्टर्स दोनों ही भारतीय बाजार की दिशा तय करेंगे।

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