Meesho को NCLT से भारत में हेडक्वार्टर शिफ्ट
भारतीय ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म Meesho को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से बड़ी राहत मिली है। अब कंपनी अपना हेडक्वार्टर अमेरिका के Delaware से भारत शिफ्ट कर सकती है।
इस अनुमति के साथ Meesho ने अपने IPO की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम पूरा कर लिया है। अब कंपनी अपनी अमेरिकी इकाई से अलग होकर भारत में रजिस्टर्ड फर्म के साथ मर्जर की प्रक्रिया शुरू करेगी।
अब DRHP दाखिल करेगा Meesho
जैसे ही मर्जर प्रक्रिया पूरी होती है, Meesho भारतीय बाजार में लिस्टिंग के लिए SEBI के पास DRHP (Draft Red Herring Prospectus) फाइल करेगा।
IPO और वैल्यूएशन से जुड़ी अहम जानकारियां
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IPO Size लगभग $100 मिलियन
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Valuation Target लगभग $1 बिलियन
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Timeline Meesho दिवाली 2025 तक IPO लॉन्च करने की तैयारी में है
(रिपोर्ट – Moneycontrol)
Meesho ने विदेशी कंपनी बनने का फैसला क्यों लिया था?
2017 में Meesho ने अमेरिका की Y Combinator से फंडिंग ली थी। उस समय Y Combinator की शर्त थी कि उनकी पोर्टफोलियो कंपनियां अमेरिका में रजिस्टर्ड हों। इसका मकसद था:
ग्लोबल फंडिंग एक्सेस
ऑपरेशनल स्केलेबिलिटी
लेकिन अब भारत में IPO लाने के लिए Re-domiciliation जरूरी हो गया है।
Meesho का अधिकतर बिज़नेस भारत में
Meesho के स्पोक्सपर्सन ने बताया कि:
“हमारे ग्राहक, विक्रेता, लॉजिस्टिक पार्टनर और क्रिएटर्स भारत में ही हैं। भारत में हेडक्वार्टर होना हमारी बिज़नेस रणनीति के अनुकूल है।”
पहले से भारत लौट चुके हैं ये स्टार्टअप्स
Meesho से पहले कई नामी स्टार्टअप्स ने भी भारत में वापसी की है
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Razorpay
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PhonePe
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Groww
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Zepto
यह ट्रेंड भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और पूंजी बाजार में बढ़ते विश्वास को दर्शाता है।
निष्कर्ष
Meesho का भारत में हेडक्वार्टर शिफ्ट करना केवल कानूनी प्रक्रिया नहीं, बल्कि एक “Make in India” स्टार्टअप्स के लिए मजबूत संकेत है। IPO की दिशा में यह कदम निवेशकों के लिए एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।