Specialty Chemical कंपनियों पर बढ़ा फोकस
सरकार की योजना – सस्ते आयात पर रोक
ब्रोकरेज फर्म Nuvama की रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार कुछ प्रमुख Specialty Chemicals पर Anti-Dumping Duty लगाने पर विचार कर रही है। इसका उद्देश्य विदेशी सस्ते माल से घरेलू कंपनियों को बचाना है।
जिन केमिकल्स पर ड्यूटी लग सकती है
-
Fluoroelastomers
-
Para Nitro Toluene
-
Para Tertiary Butyl Phenol
-
Methyl Acetoacetate
-
Beta Napthol
यह कदम घरेलू केमिकल उद्योग को विदेशी प्रतिस्पर्धा से संरक्षण दे सकता है।
किन कंपनियों को होगा सबसे ज्यादा फायदा?
अगर Anti-Dumping Duty लागू होती है, तो निम्नलिखित स्पेशल्टी केमिकल कंपनियां लाभ में रह सकती हैं
कंपनी का नाम | मुख्य उत्पाद/सेगमेंट |
---|---|
Gujarat Fluorochemicals | Fluorochemicals |
Bodal Chemicals | Dyes, H-Acid |
Aarti Industries | Specialty Intermediates |
Vinati Organics | Aromatic Chemicals |
Deepak Nitrite | Basic & Performance Chemicals |
Sudarshan Chemical | Pigments |
Laxmi Organics | Acetyl Intermediates |
Jubilant Ingrevia | Nutrition, Pharma Intermediates |
ये कंपनियां घरेलू मार्केट में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती हैं अगर सस्ते इम्पोर्ट पर रोक लगाई जाती है।
Nuvama का केमिकल सेक्टर पर नजरिया
पेस्टिसाइड सेगमेंट
-
केवल single-digit volume growth की संभावना
-
कीमतों पर दबाव बना रह सकता है
FY 2026 और Calendar Year 2025 Outlook
-
MNC Chemical और Agrochemical कंपनियों के लिए नजरिया सतर्क
-
संभावित डिमांड-स्लोडाउन और मार्जिन दबाव
चाइना का असर
-
चीन में H-Acid की सप्लाई घटने से इसकी कीमतों में तेजी संभव
-
Reactive Dyes की कीमतें भी बढ़ने की संभावना
इससे दो कंपनियों को सीधा फायदा
कंपनी | फायदा क्यों? |
---|---|
Bodal Chemicals | H-Acid की सप्लायर |
Atul Ltd | Reactive Dyes की प्रमुख निर्माता |
निष्कर्ष Chemical Sector में हो सकती है बड़ी चाल
Anti-Dumping Duty लागू होने पर भारत की Specialty Chemical कंपनियों को सस्ते आयात से राहत मिल सकती है, जिससे मार्जिन में सुधार और बाजार हिस्सेदारी बढ़ने की उम्मीद है।