SEBI बनाम Jane Street मार्केट मैनिपुलेशन
क्या है पूरा मामला?
भारतीय वित्तीय नियामक SEBI (Securities and Exchange Board of India) ने अमेरिका की हाई-फ्रिक्वेंसी ट्रेडिंग फर्म Jane Street पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
SEBI के अनुसार, Jane Street ने जानबूझकर Bank Nifty Index के constituent stocks को Cash और Futures मार्केट में बड़े पैमाने पर खरीदा, जिससे सुबह के सत्र में इंडेक्स की चाल को कृत्रिम रूप से ऊपर दिखाया जा सके।
उसी समय फर्म ने Index Options में बड़ी शॉर्ट पोजीशन ली थी, जिससे उन्हें संभावित मुनाफा हुआ।
SEBI की कार्रवाई ट्रेडिंग बैन और फंड जब्ती
Immediate Ban
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SEBI ने Jane Street पर भारत में किसी भी तरह की Securities की खरीद-बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है।
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कंपनी के $567 मिलियन (लगभग ₹4,700 करोड़) के फंड्स को जब्त कर लिया गया है।
यह कदम SEBI द्वारा पिछले दो वर्षों की ट्रेडिंग गतिविधियों की जांच के बाद लिया गया है।
Jane Street की प्रतिक्रिया “निराश और गलत तरीके से पेश किया गया”
Jane Street ने अपने कर्मचारियों को भेजे गए एक Internal Email में लिखा
“हम SEBI के इन आरोपों से बेहद निराश हैं। यह दुखद है कि हमारी फर्म को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। हमने हमेशा नियामकों से मिले इनपुट के अनुसार अपने ट्रेडिंग बिहेवियर को बदला है।”
कंपनी का यह भी दावा है कि उन्होंने फरवरी 2025 से SEBI से संवाद की कोशिश की, लेकिन उन्हें लगातार नजरअंदाज़ किया गया।
जांच का दायरा और बढ़ाया गया
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, SEBI अब Jane Street की संदिग्ध गतिविधियों की जांच को अन्य इंडेक्स और एक्सचेंजों तक बढ़ा रहा है।
इससे संकेत मिलता है कि नियामक इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहा है।
Derivatives मार्केट पर SEBI की सख्ती
SEBI चेयरमैन ने सोमवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा:
“भारत का Derivatives मार्केट दुनिया का सबसे बड़ा है। इसमें किसी भी तरह की मैनिपुलेशन को रोकने के लिए निगरानी और भी कठोर की जाएगी।”
Futures Industry Association के अनुसार, अप्रैल 2025 में ग्लोबल इक्विटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग वॉल्यूम का 60% भारत से आया था — जो इस मार्केट के स्केल और सेंसिटिविटी को दर्शाता है।
कानूनी विकल्पों की तैयारी में Jane Street
कंपनी ने कहा है कि वह अब इस निर्णय के खिलाफ कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है और SEBI को एक Structured Response तैयार करके भेजेगी।
Jane Street का कहना है:
“हम नियामक की चिंताओं को समझते हैं, लेकिन जिस तरीके से हमें निशाना बनाया गया है, वह अनुचित और भ्रामक है।”