रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 52-Week High के करीब, क्या करें निवेशक?

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 

भारतीय शेयर बाजार ने पिछले कुछ महीनों में जबरदस्त तेजी दिखाई है। इस तेजी के बीच कई स्टॉक्स ने इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया है, जिनमें से एक है Reliance Industries Limited (RIL)

आज RIL का शेयर 0.1% की हल्की गिरावट के साथ ₹1517 पर ट्रेड कर रहा है, जो इसके 52-वीक हाई ₹1551 के काफी करीब है।

 क्यों आई गिरावट?

विश्लेषकों के अनुसार, ₹1551 के स्तर पर पहुंचने के बाद शेयर में प्रॉफिट बुकिंग देखने को मिली है, जिसकी वजह से यह ₹1470 तक गिर सकता है।

 दो प्रमुख कारण इस गिरावट के पीछे हैं

  1. Jio Platforms का IPO टला
    रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स का IPO, जिसकी बाज़ार लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहा था, अब 2025 के लिए टाल दिया गया है

  2. Reliance Retail की लिस्टिंग में देरी
    रिलायंस रिटेल का भी पब्लिक ऑफर अब आगे बढ़ा दिया गया है।

इन दोनों खबरों ने अल्पकालिक निवेशकों में अनिश्चितता पैदा की है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड 

लॉन्ग टर्म व्यू ग्रीन एनर्जी और मजबूत फंडामेंटल्स

रिलायंस इंडस्ट्रीज अब तेजी से ग्रीन एनर्जी और हाई-टेक सेगमेंट की ओर रुख कर रही है। इससे कंपनी का दीर्घकालिक फोकस मजबूत बना हुआ है, हालांकि निकट भविष्य में निवेशकों को उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है।

 टेक्निकल एनालिसिस बुलिश या बेरिश?

इंडिकेटर स्थिति
52-वीक हाई ₹1551
CMP ₹1517
SMA Trend 8 में से 6 SMA के ऊपर
5-DAY & 10-DAY SMA नीचे (शॉर्ट टर्म कमजोरी)
  • RIL अभी भी मिड-टर्म में तेजी के संकेत दे रहा है।

  • लेकिन शॉर्ट-टर्म में कुछ कमजोरी देखी जा सकती है।

 फाइनेंशियल प्रोफाइल

मेट्रिक वैल्यू
मार्केट कैप ₹20 लाख करोड़
P/E Ratio 29
बुक वैल्यू ₹623
  • मौजूदा वैल्यूएशन स्थिर है लेकिन कुछ निवेशकों के लिए हाई लग सकता है।

 निवेशकों के लिए सलाह

अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो रिलायंस इंडस्ट्रीज आपके पोर्टफोलियो का मजबूत हिस्सा बन सकती है — खासकर ग्रीन एनर्जी और डिजिटल सेगमेंट की ग्रोथ को देखते हुए।

अगर आप शॉर्ट टर्म ट्रेडर हैं, तो ₹1470 का लेवल एक महत्वपूर्ण सपोर्ट है। इससे नीचे फिसलने पर और गिरावट संभव है।

 निष्कर्ष Reliance – मजबूत नींव, मगर शॉर्ट टर्म सतर्क रहें

रिलायंस इंडस्ट्रीज भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक है, और इसका लॉन्ग टर्म आउटलुक बेहद पॉजिटिव है। हालांकि IPO में देरी और तकनीकी कमजोरी के कारण, निकट भविष्य में वोलाटिलिटी बनी रह सकती है।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *