Swiggy–Rapido डील ₹2,500 करोड़ का सौदा
भारत के प्रमुख फूड और ग्रॉसरी डिलीवरी प्लेटफॉर्म Swiggy ने राइड-हेलिंग स्टार्टअप Rapido में अपनी लगभग 12% हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, इस डील से Swiggy को करीब ₹2,500 करोड़ की राशि मिलने की संभावना है।
Swiggy ने यह निवेश 2022 में किया था, जब Rapido का वैल्यूएशन लगभग $110 मिलियन था। अब कंपनी की वैल्यू बढ़कर $270–$300 मिलियन हो चुकी है।

Rapido की मार्केट पोजीशन और प्रतिस्पर्धा
- Rapido का सीधा मुकाबला Uber और Ola जैसे दिग्गजों से है।
- Swiggy के निवेश ने इसके वैल्यूएशन में तेजी से बढ़ोतरी की।
- पिछले एक साल में Rapido का बिज़नेस 120% बढ़ा और इसका सालाना GMV $220 मिलियन तक पहुंच गया।
- कंपनी के पास $15–16 मिलियन नकद है और इसका मासिक कैश बर्न लगभग $3 मिलियन है।
Swiggy की वित्तीय स्थिति
Swiggy यह हिस्सेदारी ऐसे समय में बेच रहा है जब उसकी बैलेंस शीट पर दबाव है:
- पिछले 5 तिमाहियों से लगातार घाटा
- हाल की 2 तिमाहियों में नेट लॉस ₹2,278 करोड़
- पिछले 9 तिमाहियों में कुल घाटा ₹6,600 करोड़
- जून 2025 क्वार्टर के अंत में कैश रिज़र्व ₹5,354 करोड़
Swiggy को मिलेगा 2.5 गुना रिटर्न
- 2022 में Swiggy ने Rapido के $18 मिलियन फंडिंग राउंड में निवेश किया था, तब Rapido का वैल्यूएशन $82.7 मिलियन था।
- जुलाई 2024 में यह बढ़कर $110 मिलियन हो गया, जिसमें WestBridge Capital जैसे निवेशकों ने भाग लिया।
- हिस्सेदारी बिक्री के बाद Swiggy को लगभग 2.5x रिटर्न मिल सकता है।
- यह पूंजी Swiggy को Zomato, Blinkit, BigBasket और Flipkart जैसी कंपनियों से Quick Commerce सेक्टर में मुकाबला करने में मदद करेगी।
डील की समयसीमा और रणनीति
Swiggy अगले तीन महीनों में यह डील पूरी करने की योजना बना रहा है।
इसका एक कारण रणनीतिक टकराव भी है, क्योंकि Rapido अब Food Delivery सेगमेंट में प्रवेश की तैयारी कर रहा है।