बुल कॉल स्प्रेड क्या होता है? विकल्प ट्रेडिंग रणनीति और इसके लाभ

बुल कॉल स्प्रेड क्या होता है?

बुल कॉल स्प्रेड एक ट्रेडिंग रणनीति है, जिसका उपयोग निवेशक तब करते हैं जब उन्हें स्टॉक की कीमत में मध्यम वृद्धि की संभावना दिखती है। इस रणनीति में निवेशक एक निम्न स्ट्राइक मूल्य पर कॉल विकल्प खरीदते हैं और एक उच्च स्ट्राइक मूल्य पर समान संख्या में कॉल विकल्प बेचते हैं। यह एक सीमित लाभ और सीमित जोखिम वाली रणनीति है, जो कम पूंजी निवेश के साथ मध्यम लाभ की संभावनाएं प्रदान करती है।

बुल कॉल स्प्रेड क्या होता है?

बुल कॉल स्प्रेड का उद्देश्य

इस रणनीति का मुख्य उद्देश्य संभावित लाभ को सीमित करते हुए निवेश जोखिम को नियंत्रित करना है। निम्न स्ट्राइक मूल्य पर कॉल विकल्प खरीदने से संभावित लाभ की संभावना बढ़ती है, जबकि उच्च स्ट्राइक मूल्य पर कॉल विकल्प बेचने से लागत में कमी आती है।

बुल कॉल स्प्रेड की विशेषताएं

  • लागत नियंत्रण बेचे गए कॉल विकल्प से प्राप्त प्रीमियम, खरीदे गए कॉल विकल्प की लागत को आंशिक रूप से संतुलित करता है, जिससे कुल निवेश कम हो जाता है।
  • रिस्क प्रबंधन इस रणनीति में जोखिम नियंत्रित होता है, क्योंकि हानि केवल नेट प्रीमियम (दोनों प्रीमियम का अंतर) तक सीमित रहती है।
  • सीमित लाभ लाभ भी सीमित होता है और मध्यम वृद्धि की स्थिति में उपयुक्त रहता है।

बुल कॉल स्प्रेड क्या होता है?

बुल कॉल स्प्रेड का उदाहरण

मान लें कि एक स्टॉक वर्तमान में ₹100 पर ट्रेड कर रहा है। निवेशक

  • 100 रुपये के स्ट्राइक प्राइस पर कॉल विकल्प खरीदता है (प्रीमियम ₹10)
  • 110 रुपये के स्ट्राइक प्राइस पर एक कॉल विकल्प बेचता है (प्रीमियम ₹4)

इस तरह, नेट निवेश = ₹10 – ₹4 = ₹6 होगा। यदि स्टॉक की कीमत मध्यम रूप से बढ़ती है, तो निवेशक को लाभ का अवसर मिलेगा।

बुल कॉल स्प्रेड कैसे काम करता है?

  1. निम्न स्ट्राइक मूल्य पर कॉल खरीदें यह प्रीमियम भुगतान करता है।
  2. उच्च स्ट्राइक मूल्य पर कॉल बेचें इससे प्रीमियम प्राप्त होता है।
  3. नेट प्रीमियम दोनों प्रीमियम के अंतर से कुल लागत निर्धारित होती है।
  4. सीमित हानि और लाभ यदि स्टॉक की कीमत निम्न स्ट्राइक प्राइस से नीचे रहती है, तो हानि नेट प्रीमियम तक सीमित रहती है, और उच्च स्ट्राइक मूल्य तक बढ़ने पर अधिकतम लाभ प्राप्त होता है।

बुल कॉल स्प्रेड का आरेख

एक आरेख में बुल कॉल स्प्रेड की कार्यप्रणाली समझी जा सकती है। इसमें एक निश्चित स्ट्राइक मूल्य पर कॉल विकल्प खरीदा जाता है और उच्च स्ट्राइक मूल्य पर कॉल बेचा जाता है, जिससे मध्यम मूल्य वृद्धि से लाभ उठाया जा सकता है।

बुल कॉल स्प्रेड बनाम बुल पुट स्प्रेड

  • बुल कॉल स्प्रेड इसमें कॉल विकल्पों का उपयोग किया जाता है, जो स्टॉक की मध्यम वृद्धि से लाभकारी होता है।
  • बुल पुट स्प्रेड इसमें पुट विकल्पों का प्रयोग होता है, जो स्टॉक की स्थिरता या कीमत के सीमा के भीतर रहने पर लाभकारी होता है।

संक्षेप में बुल कॉल स्प्रेड

बुल कॉल स्प्रेड एक योजनाबद्ध रणनीति है, जो मध्यम मूल्य वृद्धि की स्थिति में निवेशकों को लाभ प्राप्त करने का अवसर देती है। यह रिस्क को नियंत्रित करते हुए प्रीमियम के अंतर के आधार पर संतुलित लाभ प्रदान करती है, और इसे विभिन्न बाजार स्थितियों में एक उपयोगी विकल्प माना जाता है।

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