भारतीय स्टॉक मार्केट में दिसंबर 2024 मार्केट कैप 9% बढ़कर ₹420.32 लाख करोड

भारतीय स्टॉक मार्केट में दिसंबर 2024 मार्केट कैप में बढ़त

मार्केट कैप की तेज बढ़त

  • दिसंबर 2024 में भारतीय स्टॉक मार्केट में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 9% बढ़कर $4.93 ट्रिलियन (₹420.32 लाख करोड़) हो गया।
  • यह वृद्धि दुनिया के टॉप 10 इक्विटी मार्केट्स में सबसे अधिक रही।
  • पिछले तीन वर्षों में यह सबसे तेज उछाल है।
  • लगातार चार महीनों की गिरावट के बाद यह सुधार दर्ज किया गया।

सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन

  • सेंसेक्स और निफ्टी में 1.5% से अधिक की गिरावट आई।
  • BSE Midcap Index 0.5% की तेजी।
  • BSE Smallcap Index 0.3% की मामूली गिरावट।

विदेशी निवेशकों (FIIs) की वापसी

  • दिसंबर में FIIs ने केवल ₹6,744.14 करोड़ की नेट बिक्री की।
  • अक्टूबर और नवंबर की तुलना में यह बिक्री काफी कम रही:
    • अक्टूबर ₹1,14,445.89 करोड़ की बिक्री।
    • नवंबर ₹45,974.12 करोड़ की बिक्री।
  • FIIs की वापसी ने भारतीय मार्केट कैप में 9.4% की वृद्धि में प्रमुख भूमिका निभाई।

भारतीय स्टॉक मार्केट में दिसंबर 2024 मार्केट कैप में बढ़त

अन्य ग्लोबल मार्केट्स की तुलना

  • अमेरिका 0.42% की गिरावट, मार्केट कैप $63.37 ट्रिलियन
  • चीन 0.55% की गिरावट (लगातार पांचवें महीने), मार्केट कैप $10.17 ट्रिलियन
  • भारत दुनिया में सबसे तेज़ वृद्धि।

वैश्विक और घरेलू चुनौतियां

वैश्विक स्तर पर दबाव

  • अमेरिका-चीन ट्रेड वार
  • अमेरिकी फेड की सख्त मौद्रिक नीतियां
  • टैरिफ वार की आशंका

घरेलू चुनौतियां

  • कंपनियों की कमजोर कमाई।
  • धीमी आर्थिक वृद्धि।
  • सख्त लिक्विडिटी और सरकारी खर्च में देरी।
  • महंगाई का दबाव।

आने वाले समय की संभावनाएं

भारतीय स्टॉक मार्केट में दिसंबर 2024 मार्केट कैप में बढ़त

एनालिस्ट्स की राय

  • लॉन्ग टर्म स्ट्रक्चरल ग्रोथ भारत के पक्ष में बनी रहेगी।
  • हालांकि, GDP Growth 2025 तक 6.3% तक धीमी हो सकती है।
  • क्रेडिट ग्रोथ में भी कमी देखी जा सकती है।

दर कटौती की संभावना

  • 2025 की पहली तिमाही से Interest Rates में कटौती शुरू हो सकती है।
  • वर्ष के मध्य तक दरें 0.50% तक कम हो सकती हैं।
  • इसके बावजूद, Retail Loan Growth धीमी रहने की संभावना है।

निवेशकों के लिए सलाह

भारतीय स्टॉक मार्केट ने दिसंबर 2024 में अपनी स्थिति मजबूत की है। FIIs की वापसी और सकारात्मक घरेलू संकेतों ने बाजार को बढ़ावा दिया है। हालांकि, वैश्विक और घरेलू चुनौतियों के चलते दीर्घकालिक निवेश के लिए सतर्क रहना जरूरी है।

डिस्क्लेमर निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें।

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