5 बड़े खतरे

अमेरिकी शेयर बाजार के सामने खड़े हैं ये 5 बड़े खतरे

अमेरिकी शेयर बाजार के सामने खड़े हैं ये 5 बड़े खतरे

पहली छमाही की अस्थिरता भविष्य का संकेत?

2025 के पहले छह महीनों में अमेरिकी शेयर बाजार ने ज़बरदस्त उतार-चढ़ाव देखा।
S&P 500 इंडेक्स जहां एक ओर अपने उच्चतम स्तर से लगभग 19% गिरा, वहीं दूसरी ओर उसने रिकॉर्ड रिकवरी कर नया ऑल-टाइम हाई भी बना दिया।

लेकिन अब जब दूसरी छमाही की शुरुआत हो चुकी है, कई बड़े निवेशक इस तेजी को लेकर सतर्क हो गए हैं।
हालांकि Israel-Iran युद्धविराम और US-China ट्रेड टॉक्स ने थोड़ी राहत दी है, फिर भी 5 ऐसे प्रमुख जोखिम हैं जो बाजार की दिशा को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

 1. टैरिफ डेडलाइन का दबाव (Tariff Threat Over July Deadline)

9 जुलाई 2025 तक अमेरिका को अपने प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ टैरिफ डील्स फाइनल करनी हैं।
अगर ये डील्स समय पर नहीं होतीं, तो गैर-सहमति वाले देशों के उत्पादों पर 10% या उससे अधिक टैरिफ लगाया जा सकता है।

  • UK पहले ही समझौता कर चुका है।

  • EU से बातचीत अंतिम चरण में है।

  • लेकिन Canada के साथ डील टूटने की ट्रंप की धमकी ने बाजार को डगमगाया है।

 UBS की स्ट्रैटेजिस्ट Anthi Tsouvali कहती हैं:

“जब तक अंतिम डील नहीं होती, बाजार में उतार-चढ़ाव बना रहेगा।”

 2. कमजोर कमाई और प्रॉफिट प्रेशर (Earnings Under Pressure)

अब तक कंपनियों के बेहतर प्रदर्शन ने बाजार को सहारा दिया है, लेकिन Q2 के नतीजे असली परीक्षा साबित हो सकते हैं।

  • एक CEO सर्वे के अनुसार, अधिकतर बिजनेस हेड्स अब हायरिंग और इन्वेस्टमेंट को लेकर सावधान हो गए हैं।

  • खर्च में कटौती और घटती डिमांड से मुनाफा प्रभावित हो सकता है।

 Federated Hermes की Louise Dudley कहती हैं:

“बिजनेस माहौल जितना कठिन होगा, प्रॉफिट ग्रोथ उतनी ही कमजोर पड़ेगी।”

 3. भू-राजनीतिक अनिश्चितता अभी भी बनी हुई है (Geopolitical Risks)

5 बड़े खतरे

Israel-Iran संघर्ष में शांति से कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ज़रूर आई है, लेकिन:

  • ईरान का परमाणु कार्यक्रम

  • अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड व टेक्नोलॉजी तनाव

अब भी गंभीर जोखिम बने हुए हैं।

 Santander के Francisco Simon मानते हैं

“अभी का शांत माहौल अस्थायी हो सकता है; स्ट्रैटेजिक खतरे खत्म नहीं हुए।”

 4. अमेरिका का बढ़ता कर्ज और फेडरल रिजर्व की अनिश्चितता

हाल ही में अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग डाउनग्रेड हुई है।
साथ ही ट्रंप की नई टैक्स-और-खर्च नीति से आने वाले वर्षों में ट्रिलियंस का नया कर्ज बनने की आशंका है।

  • फेड के नए चेयरमैन को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है।

  • ट्रंप ने कहा है कि वे 3–4 नामों पर विचार कर रहे हैं।

Columbia Threadneedle के Neil Robson कहते हैं

“बड़ी गिरावट की संभावना कम है, लेकिन सावधानी बरतना ज़रूरी है।”

 5. S&P 500 की ऊंची वैल्यूएशन (High Valuation Risk)

इस समय S&P 500 इंडेक्स करीब 22x फॉरवर्ड PE पर ट्रेड कर रहा है, जबकि पिछले 10 सालों का औसत सिर्फ 18.6x रहा है।

  • अगर अमेरिका की इकोनॉमी कमजोर पड़ी, तो ये वैल्यूएशन गिर सकता है।

  • इनवेस्टर्स का रुझान अब विदेशी बाजारों की ओर भी बढ़ सकता है।

 Invesco के David Chao का कहना है

“US के बाहर के मार्केट्स ज़्यादा सस्ते हैं – निवेश के लिए बेहतर मौके वहीं हो सकते हैं।”

निष्कर्ष जोखिम को नजरअंदाज करना मुश्किल है

2025 की दूसरी छमाही में अमेरिकी शेयर बाजार के लिए यह समय सतर्कता और विवेक का है।
चाहे टैरिफ पॉलिटिक्स हो या फेड चेयरमैन की नियुक्ति, हर कारक S&P 500 की दिशा तय कर सकता है।

निवेशकों को इन सभी जोखिमों पर बारीकी से नज़र रखनी चाहिए और निवेश निर्णय सोच-समझकर लेने चाहिए।

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