अनिल अंबानी पर फ्रॉड का आरोप
कभी भारत के सबसे प्रभावशाली उद्योगपतियों में गिने जाने वाले अनिल अंबानी एक बार फिर विवादों में हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई और ₹3000 करोड़ के लोन फ्रॉड के आरोप के बाद, उनकी कंपनियां Reliance Infrastructure और Reliance Power जबरदस्त गिरावट के दौर से गुजर रही हैं।
दो दिन में 10% से ज्यादा गिरावट
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पिछले दो कारोबारी सत्रों में, Reliance Infra और Power — दोनों ही कंपनियों के शेयर 10% से अधिक गिर चुके हैं।
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दोनों शेयरों पर लगातार Lower Circuit (5%-5%) लग रहे हैं।
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बाजार में कोई खरीदार नहीं दिखाई दे रहा है, जिससे निवेशकों में डर और बढ़ गया है।
क्या है पूरा मामला?
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ED ने अनिल अंबानी से जुड़ी 40 से 50 कंपनियों पर रेड की है।
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आरोप है कि 2017 से 2019 के बीच बैंक से लिया गया लोन शेल कंपनियों और ग्रुप की फर्जी यूनिट्स में डाइवर्ट किया गया।
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₹3000 करोड़ का यह घोटाला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा बताया जा रहा है।
निवेशकों का भरोसा डगमगाया
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इन खबरों के बाद अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली देखने को मिल रही है।
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मार्केट में विश्वास की कमी और निगेटिव सेंटीमेंट ने हालात और बिगाड़ दिए हैं।
कंपनीज की मौजूदा स्थिति
कंपनी | मौजूदा स्थिति |
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Reliance Infra | लगातार Lower Circuit |
Reliance Power | 10% से अधिक गिरावट |
खरीदारों की स्थिति | बाजार में भारी मंदी, कोई खरीद नहीं |
क्या वाकई बर्बादी की शुरुआत?
अनिल अंबानी की कंपनियों के लिए यह हालात निश्चित ही चिंताजनक हैं। ED की जांच पूरी होने तक शेयर बाजार में इन कंपनियों के प्रति भरोसे की बहाली मुश्किल नजर आ रही है।
आपकी राय?
क्या आपको लगता है कि यह अनिल अंबानी की कंपनियों के पतन की शुरुआत है?
या वो एक बार फिर वापसी कर सकते हैं?
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