ट्रंप के टैरिफ पर चीन का जवाब
अमेरिका ने बढ़ाया टैरिफ, चीन ने दिया सीधा जवाब
9 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 125% का नया reciprocal tariff लागू किया। इसके जवाब में चीन सरकार ने भी 12 अप्रैल से अमेरिकी सामानों पर 125% का टैरिफ लगाने की घोषणा कर दी है। इससे पहले अमेरिका ने चीन पर फेंटेनाइल सप्लाई को लेकर 20% का अलग टैरिफ लगाया था, जिससे कुल अमेरिकी टैरिफ अब 145% हो गया है।
व्यापार युद्ध की तीव्रता में इज़ाफा
Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, चीन के वित्त मंत्रालय ने ट्रंप के फैसले को “अंतरराष्ट्रीय व्यापार नियमों का उल्लंघन” बताया है और इसे “एकतरफा दादागिरी” की संज्ञा दी है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि चीन इस फैसले का कड़ा विरोध करता है।
ट्रंप का 9 अप्रैल वाला ऐलान
ट्रंप ने 9 अप्रैल को कहा कि चीन को छोड़कर बाकी 78 देशों को 90 दिनों के लिए टैरिफ से राहत दी जाएगी। उन देशों पर केवल 10% टैरिफ लागू रहेगा। कनाडा और मैक्सिको को इस छूट से पूरी तरह बाहर रखा गया है।
अब चीन पर कुल 145% अमेरिकी टैरिफ
CNBC के मुताबिक, व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि चीन पर अब कुल 145% अमेरिकी टैरिफ लागू हो गए हैं। यह किसी एक देश पर अब तक का सबसे बड़ा टैरिफ स्लैब है।
चीन का जवाब – अमेरिकी प्रोडक्ट अब नहीं बिकेंगे
चीन के वित्त मंत्रालय ने कहा है कि इतनी ऊंची टैरिफ दरों के बाद अमेरिका के प्रोडक्ट चीनी बाजार में प्रतिस्पर्धी नहीं रहेंगे। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर अमेरिका भविष्य में और टैरिफ बढ़ाता है, तो चीन उस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं देगा और ऐसे कदमों को नजरअंदाज़ करेगा।
शी जिनपिंग ने यूरोप से मांगा समर्थन
11 अप्रैल को स्पेन के प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज़ के साथ मुलाकात के दौरान, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने European Union से सहयोग की अपील की है। उन्होंने अमेरिका की एकतरफा नीति के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता बताई।
निष्कर्ष
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ता व्यापार तनाव अब वैश्विक स्तर पर असर डाल सकता है। निवेशकों, ट्रेडर्स और पॉलिसी मेकर्स के लिए आने वाले हफ्ते काफी निर्णायक साबित हो सकते हैं।