Donald Trump – भारत के साथ व्यापार डील
15 जुलाई को US राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ा बयान दिया जिसमें उन्होंने भारत को व्यापार के मामले में Indonesia के बराबर बताया और यह उम्मीद जताई कि जल्द ही अमेरिका और भारत के बीच भी एक मजबूत व्यापार समझौता (Trade Deal) हो सकता है।
India-Indonesia तुलना पर ट्रंप का बयान
ट्रंप ने मैरीलैंड स्थित Joint Base Andrews में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा:
“Indonesia के साथ हमारी डील बहुत शानदार रही है। वहां एक महान राष्ट्रपति हैं। उन्होंने अमेरिका के लिए अपने देश के दरवाज़े खोल दिए हैं। मुझे लगता है कि भारत के साथ भी कुछ ऐसा ही होने वाला है।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब अमेरिका ट्रेड पॉलिसीज़ को अधिक प्रोटेक्शनिस्ट दिशा में ले जा रहा है।
नई टैरिफ चेतावनी गैर-सहयोगी देशों पर पड़ेगा असर
Donald Trump ने साथ ही चेतावनी दी कि
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जो देश अमेरिका को “Reciprocal Market Access” नहीं देते, उनके ऊपर Blanket Tariff लगाया जा सकता है।
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संभावित टैरिफ रेट 10% तक
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असर: विशेष रूप से छोटे और विकासशील देशों पर
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नीति: “Reciprocal Trade or Tariff”
इसका सीधा असर उन देशों पर पड़ेगा जो अमेरिका से व्यापार तो करते हैं, लेकिन अमेरिकी कंपनियों को अपनी बाजार तक पर्याप्त पहुंच नहीं देते।
फार्मास्युटिकल सेक्टर भी हो सकता है निशाने पर
ट्रंप ने यह भी कहा कि
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इस महीने के अंत तक दवाइयों पर भी टैरिफ लगाया जा सकता है।
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टारगेट वे देश होंगे जो अमेरिकी दवाओं का भारी आयात करते हैं लेकिन अमेरिका को बराबरी की पहुंच नहीं देते।
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इससे Indian Pharma Sector पर बड़ा असर पड़ सकता है।
Indonesia-US डील की प्रमुख बातें
15 जुलाई को हुई Indonesia Trade Agreement के अनुसार
बिंदु | विवरण |
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इंडोनेशिया से US को निर्यात | 19% टैरिफ लगेगा |
अमेरिका से इंडोनेशिया को निर्यात | कोई टैक्स नहीं |
अमेरिका को बाजार पहुंच | पूरी तरह फ्री मार्केट एक्सेस |
ट्रंप ने कहा
“वे 19% टैक्स देंगे और हम कुछ भी नहीं देंगे। हमें इंडोनेशिया तक पूरी पहुंच मिल रही है।”
निष्कर्ष भारत के लिए अवसर या चुनौती?
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ट्रंप का भारत को लेकर बयान सकारात्मक संकेत है कि दोनों देशों के बीच रिश्ते और व्यापार बेहतर हो सकते हैं।
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लेकिन साथ ही उनकी टैरिफ वॉर्निंग से भारत समेत कई देशों के लिए चिंता भी पैदा हो गई है।
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अगर India-US Trade Deal होती है, तो यह भारत के लिए वैश्विक व्यापार में एक बड़ा अवसर हो सकता है — लेकिन उसके लिए भारत को कुछ व्यापारिक रियायतें देनी भी पड़ सकती हैं।
आप क्या सोचते हैं?
क्या भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील जल्द देखने को मिलेगी?
क्या ट्रंप की टैरिफ पॉलिसी भारत के फार्मा और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर असर डालेगी?
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