विदेशी निवेशकों की बिकवाली
पिछले कुछ दिनों से भारतीय शेयर बाजार में गिरावट का दौर जारी है। इस गिरावट की मुख्य वजह माने जा रहे हैं विदेशी संस्थागत निवेशक (FII), जो लगातार भारी मात्रा में बिकवाली कर रहे हैं।
FII की आक्रामक बिकवाली
पिछले पांच कारोबारी सत्रों में FII ने कुल ₹10,169 करोड़ की बिकवाली की है। अकेले 17 जुलाई को ही उन्होंने ₹3,671 करोड़ के शेयर बाजार से निकाल लिए — जो इस हफ्ते की सबसे बड़ी बिकवाली रही।
यह आंकड़ा दर्शाता है कि विदेशी निवेशक बाजार से बाहर निकलने की जल्दबाज़ी में हैं, शायद वैश्विक अनिश्चितताओं, डॉलर इंडेक्स की मजबूती या अमेरिकी बॉन्ड यील्ड्स के बढ़ने के कारण।
DII ने दिखाई मजबूती, जमकर की खरीदारी
हालांकि, FII की इस बिकवाली के ठीक विपरीत घरेलू संस्थागत निवेशकों (DII) ने बाजार में भरोसा जताया है। इन 5 दिनों के भीतर उन्होंने लगभग ₹11,000 करोड़ की खरीदारी की है।
यह दर्शाता है कि भारतीय संस्थान इस गिरावट को एक बढ़िया खरीदारी का अवसर मान रहे हैं और दीर्घकालिक दृष्टिकोण से बाजार में विश्वास बनाए हुए हैं।
जुलाई मंथली ट्रेंड अचानक बदला FII का मूड
अगर जुलाई महीने को समग्र रूप में देखें, तो शुरुआत में FII लगातार तीन महीनों की तरह खरीदारी कर रहे थे। लेकिन अब पिछले 5 सत्रों से उनका रुख पूरी तरह बिकवाली की ओर हो गया है।
वहीं दूसरी ओर, DII लगातार सकारात्मक रुख अपनाए हुए हैं और हर गिरावट को खरीदारी के मौके की तरह ले रहे हैं।
विश्लेषण और आगे का सवाल
अब सबसे अहम सवाल – क्या बाजार में गिरावट जारी रहेगी या DII की खरीदारी से बनेगा नया समर्थन स्तर?
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क्या विदेशी निवेशक वापस लौटेंगे?
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क्या घरेलू निवेशकों की यह खरीदारी बाजार को ऊपर खींच पाएगी?
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और सबसे जरूरी – आपको क्या लगता है, बाजार अब किस दिशा में जाएगा?
निष्कर्ष
इस समय बाजार में अस्थिरता जरूर है, लेकिन DII की मजबूती से यह संकेत मिल रहा है कि लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक सुनहरा मौका हो सकता है।
अगर आप ट्रेडिंग या निवेश करते हैं, तो अगले कुछ दिनों के FII-DII डेटा और ग्लोबल संकेतों पर नज़र बनाए रखें।