Fiscal Deficit में भारी गिरावट
वित्त वर्ष 2025-26 के पहले दो महीनों अप्रैल और मई में भारत सरकार का Fiscal Deficit केवल ₹13,163 करोड़ रहा।
यह आंकड़ा Budget Estimate (BE) ₹15.69 लाख करोड़ का सिर्फ 0.8% है – जो ऐतिहासिक रूप से सबसे कम शुरुआती घाटों में से एक है।
पिछले साल इसी समय यह घाटा ₹50,600 करोड़ था, यानी लगभग 74% की गिरावट।
फिस्कल डेफिसिट क्या होता है?
Fiscal Deficit = कुल खर्च (Expenditure) – कुल राजस्व (Revenue)
जब सरकार की कमाई (Revenue) से ज्यादा खर्च (Expenditure) होता है, तो उसे Fiscal Deficit कहा जाता है। अगर खर्च कम है और कमाई ज्यादा, तो वह Surplus कहलाता है।
RBI डिविडेंड ने बनाया Surplus
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सरकार को इस वर्ष RBI से ₹2.69 लाख करोड़ का डिविडेंड प्राप्त हुआ, जो FY24 के ₹2.11 लाख करोड़ की तुलना में 27% अधिक है।
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इस डिविडेंड को Non-Tax Revenue में गिना जाता है, जिससे सरकार की आमदनी में भारी बढ़त हुई।
मई 2025 में सरकार ने ₹1.73 लाख करोड़ का Fiscal Surplus भी दर्ज किया।
Revenue vs Expenditure अप्रैल–मई 2025
श्रेणी | आंकड़ा |
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कुल राजस्व | ₹7.33 लाख करोड़ (FY24: ₹5.73 लाख करोड़) |
नेट टैक्स राजस्व | ₹3.5 लाख करोड़ (BE का 12.4%) |
कुल खर्च | ₹7.46 लाख करोड़ (BE का 14.7%) |
Capital Expenditure में जबरदस्त तेजी
सरकार ने अब तक BE का 19.4% पूंजीगत व्यय (Capital Expenditure) कर लिया है, जबकि पिछले साल ये आंकड़ा सिर्फ 12.7% था।
इसका सीधा मतलब है – सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं पर ज्यादा खर्च कर रही है।
FY26 के लिए क्या है लक्ष्य?
सरकार का FY26 के लिए Fiscal Deficit Target: ₹15.69 लाख करोड़ या GDP का 4.4% है।
FY25 में ये आंकड़ा 4.8% रहा था।
अब RBI के डिविडेंड के कारण यह घाटा 20–30 बेसिस पॉइंट तक और घट सकता है।