ICICI Prudential AMC के Chief Investment Officer (CIO) Shankaran Naren ने निवेशकों को सलाह दी है कि सिर्फ Gold या Silver में निवेश करने की बजाय एक Multi-Asset Strategy अपनाना आज के समय में ज्यादा समझदारी है।
वे कहते हैं कि Gold में हाल की तेजी असल में Global Markets के Governments, खासकर US Government, पर भरोसे में कमी का परिणाम है। यह एक तरह का fear-driven rally है, जो लंबे समय तक कायम नहीं रहती।
Gold की तेजी के पीछे Global Concern
नरेन के अनुसार, अभी Global Investors Governments की नीतियों और आर्थिक स्थिरता को लेकर चिंतित हैं। इस कारण लोग Gold को एक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) मानकर उसमें पैसा लगा रहे हैं।
लेकिन, उन्होंने साफ कहा
“जब किसी एसेट की कीमत डर के कारण बढ़ती है, तो उसका रैली ज्यादा टिकाऊ नहीं होती।”
Gold vs Multi-Asset Strategy
नरेन ने कहा कि वे Gold के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन केवल Gold पर निर्भर रहना सही नहीं है।
उन्होंने समझाया
अगर Government Policies पर भरोसा नहीं है, तो Gold या Silver में कुछ हिस्सा रखें।
लेकिन अगर बाजार की लंबी अवधि की ग्रोथ पर भरोसा है, तो Multi-Asset Strategy सबसे संतुलित विकल्प है।
उनके शब्दों में,
“आज के समय में Gold और Silver मूल रूप से anti-government investments बन चुके हैं।”
Gold-Silver में ज्यादा उम्मीद ना रखें
नरेन ने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में Gold और Silver दोनों का प्रदर्शन बहुत मजबूत नहीं रहा है। भविष्य में अगर US अपनी आर्थिक समस्याओं से निकल आता है, तो:
Gold/Silver की कीमतें स्थिर रह सकती हैं
इनसे Long-Term Strong Returns की उम्मीद कम हो जाएगी
इसलिए उनका सुझाव है Asset Allocation पर फोकस करें Multi-Asset Funds को पोर्टफोलियो में शामिल करें
भारतीय बाजार पर नरेन की राय
नरेन का कहना है कि भारत का Stock Market Bubble Phase में नहीं है। यह एक Mature Bull Market है जहाँ निवेशकों के लिए कई Strong Growth Themes मौजूद हैं।
वे फिलहाल निम्न सेक्टर्स में अवसर देखते हैं:
Financials
Consumption
Capital Goods
Metals
Oil & Gas
उन्होंने कहा:
“हम तब निवेश करते हैं जब लोग निराश होकर बाजार छोड़ देते हैं — वहीं सबसे अच्छे अवसर मिलते हैं।”
आने वाले दशक का सबसे बड़ा जोखिम
नरेन ने चेतावनी दी कि आने वाले समय में AI Tech Stocks, खासकर US के AI दिग्गज, Global Markets पर बड़ा प्रभाव डालेंगे।
भारतीय निवेशकों को Global Events को लेकर सतर्क रहना होगा। Returns फिलहाल Moderate रहने की संभावना है। सबसे समझदारी भरा तरीका: Multi-Asset Allocation Strategy अपनाना।