India-China

India-China संबंधों में सुधार मई 2025 तक फिर शुरू हो सकती हैं सीधी उड़ानें

India-China संबंधों में सुधार

नई दिल्ली, 9 अप्रैल 2025 — भारत और चीन के बीच तनावपूर्ण संबंधों में अब एक नई शुरुआत की उम्मीद नजर आ रही है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें बहाल करने और कैलाश मानसरोवर यात्रा को फिर से शुरू करने को लेकर सकारात्मक बातचीत चल रही है।

जयशंकर ने यह जानकारी Rising Bharat Summit 2025 में “New World Order” सत्र के दौरान साझा की। उन्होंने बताया कि इस दिशा में “कुछ ठोस प्रगति” हुई है, लेकिन चुनौतियाँ अब भी मौजूद हैं।

India-China

मई 2025 तक फिर उड़ सकती हैं सीधी फ्लाइट्स

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मई 2025 से पहले भारत और चीन के बीच Direct Flights की बहाली को लेकर बातचीत पूरी हो सकती है। इससे कैलाश मानसरोवर यात्रा का रास्ता भी खुल सकता है, जो धार्मिक श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर है।

गौरतलब है कि जनवरी 2025 में दोनों देशों ने पाँच वर्षों के अंतराल के बाद फ्लाइट्स और तीर्थ यात्रा सेवाओं को फिर से शुरू करने पर सहमति जताई थी। यह समझौता Eastern Ladakh से सैनिकों के पीछे हटने और सीमा विवाद में नरमी के बाद हुआ।

Lhasa के लिए उड़ानों पर भी बातचीत जारी

भारत से Lhasa Gonggar Airport तक उड़ानें शुरू करने के लिए एयरलाइंस जैसे IndiGo, Air India और Tibet Airlines के साथ चर्चा चल रही है। दोनों देशों की सरकारें फिलहाल Bilateral Agreement को अंतिम रूप दे रही हैं।

2020 की झड़प और उसके बाद की स्थिति

भारत-चीन संबंधों में दरार तब आई जब 2020 में चीन ने पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति को बदलने की कोशिश की। इसका नतीजा था सैन्य झड़प और दोनों देशों के बीच राजनयिक दूरी। इसका असर व्यापार, तकनीक, वीज़ा नीतियों और हवाई सेवाओं तक पर पड़ा।

2024 में फिर बढ़े रिश्तों की तरफ कदम

अक्टूबर 2024 में लगातार कई दौर की बातचीत के बाद, भारत और चीन ने यह तय किया कि वे 2020 से पहले की स्थिति की ओर लौटेंगे। इस निर्णय ने संबंधों में एक नया मोड़ दिया।

India-China

चुनौतियाँ अब भी मौजूद, लेकिन संवाद जारी रहेगा

एस. जयशंकर ने हाल ही में एशिया सोसाइटी के साथ बातचीत में स्वीकार किया कि आने वाले समय में भारत और चीन के बीच समस्याएँ बनी रहेंगी। लेकिन उनका मानना है कि इनका हल शांतिपूर्ण और परिपक्व बातचीत के ज़रिए किया जा सकता है। उन्होंने 2020 की घटना को “गलत रास्ता” बताया।

75 साल की दोस्ती का जश्न

पिछले हफ्ते भारत और चीन ने अपने द्विपक्षीय कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मनाई। दोनों देशों के नेताओं ने एक-दूसरे को बधाई संदेश भेजे, और दिल्ली और बीजिंग में राजनयिकों ने साथ मिलकर केक काटा।

LAC पर स्थिति सामान्य, रिश्तों में स्थिरता की ओर कदम

LAC (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल) पर पांच महीने पहले सैन्य गतिरोध खत्म हो चुका है। अब दोनों देश, जो मिलकर विश्व की एक-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, मैत्रीपूर्ण और स्थिर रिश्तों की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

निष्कर्ष

भारत और चीन के बीच संबंध हमेशा से जटिल रहे हैं, लेकिन हाल के घटनाक्रम इस ओर इशारा करते हैं कि वास्तविक संवाद और सहयोग के जरिए रिश्तों को सुधारा जा सकता है। सीधी उड़ानों की बहाली और मानसरोवर यात्रा का फिर से शुरू होना सिर्फ धार्मिक या व्यावसायिक दृष्टि से नहीं, बल्कि एक राजनयिक संकेत भी है कि एशिया के ये दो शक्तिशाली देश अब परिपक्वता से आगे बढ़ना चाहते हैं।

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *