India-US Trade Deal
भारत और अमेरिका के बीच लंबे समय से चल रही ट्रेड डील पर आज यानी 9 जुलाई 2025 की रात 9:30 बजे बड़ा अपडेट आ सकता है। CNBC Awaaz के इकोनॉमिक एडिटर लक्ष्मण रॉय के मुताबिक, अमेरिका 15 देशों को एक Official Letter जारी करने जा रहा है, जिसमें ड्यूटी रियायतों (Tariff Concessions) का पूरा ब्यौरा होगा।
Global Confusion और Deadline Extension
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर वैश्विक स्तर पर भ्रम की स्थिति बनी हुई है, लेकिन अब यह स्पष्ट होता दिख रहा है:
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अमेरिका ने Reciprocal Tariff की Deadline को 9 जुलाई से बढ़ाकर 1 अगस्त 2025 कर दिया है।
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1 अगस्त से उन देशों पर भारी Import Duty लागू होगी, जिनके साथ कोई डील नहीं हो पाई।
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जिन देशों के साथ समझौता होगा, उन्हें भी नई Duty Structure का पालन उसी दिन से करना होगा।
क्या भारत इस लिस्ट में होगा?
भारत के साथ डील की संभावना काफी प्रबल मानी जा रही है, क्योंकि अमेरिका ने इस बातचीत की शुरुआत भारत से ही की थी। लेकिन भारत का नाम आधिकारिक रूप से इस लिस्ट में होगा या नहीं, इसका पता रात 9:30 बजे चलेगा।
भारत की मांगें क्या हैं?
भारत ने अमेरिका को भेजे Final Draft में अपनी शर्तें स्पष्ट की हैं:
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Agro Products पर भारत कोई ड्यूटी रियायत नहीं देगा।
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कुछ Industrial Goods पर Zero Duty लागू हो सकती है।
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Auto Sector पर भारत की ड्यूटी कम करने की संभावना बेहद कम है।
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भारत चाहता है कि अमेरिका Steel, Aluminium और Auto Parts पर ड्यूटी कम करे।
हालांकि, डील के बाद भी इन उत्पादों पर करीब 10% की Import Duty बनी रह सकती है।
संभावित असर और निष्कर्ष
अगर डील होती है, तो इससे भारत और अमेरिका के बीच व्यापार संबंधों में मजबूती आएगी।
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Tariff Barriers कुछ हद तक हटेंगे।
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लेकिन भारत ने अपने Strategic Sectors की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
आज की रात न केवल दोनों देशों के आर्थिक रिश्तों के लिए अहम है, बल्कि इससे ग्लोबल ट्रेड ट्रेंड्स पर भी असर पड़ेगा।