International Mutual Funds 1 साल में 50%+ रिटर्न
Indian Investors के लिए International Mutual Funds ने बीते एक साल में जबरदस्त रिटर्न दिए हैं।
चीन से लेकर अमेरिका तक के शेयर बाजारों में निवेश करने वाली इन स्कीम्स ने 57% तक के रिटर्न दिए हैं।
लेकिन हैरानी की बात यह है कि अधिकतर टॉप परफॉर्मिंग फंड्स इस समय निवेश के लिए खुले नहीं हैं।
SEBI और RBI की लिमिट्स के चलते निवेश पर रोक
फरवरी 2022 में SEBI ने सभी डोमेस्टिक म्यूचुअल फंड हाउसेज को Foreign Stocks में नए निवेश पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे।
इसका कारण था RBI द्वारा तय किया गया $7 Billion की कुल इंडस्ट्री लिमिट, जिसे पार नहीं किया जा सकता।
RBI ने
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प्रति AMC (Mutual Fund Company) के लिए: $1 Billion
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Foreign ETFs में निवेश के लिए: अलग $1 Billion की सीमा तय की
बाद में SEBI ने उन्हीं फंड्स को निवेश की अनुमति दी जो इस लिमिट के अंदर थे।
हालांकि ये स्कीमें भी केवल थोड़े समय के लिए खुलती हैं और जल्दी ही बंद हो जाती हैं।
पिछले 1 साल में टॉप इंटरनेशनल फंड्स और उनके रिटर्न
स्कीम का नाम | 1-वर्षीय रिटर्न (9 जुलाई 2025 तक) |
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Mirae Asset Hang Seng TECH ETF FoF | 57.8% |
Mirae Asset NYSE FANG+ ETF FoF | 50.7% |
Mirae Asset Hang Seng TECH ETF | 49.0% |
Nippon India ETF Hang Seng BeES | 42.5% |
Mirae Asset S&P 500 Top 50 ETF FoF | 35.2% |
Note: इनमें से अधिकतर स्कीमें फिलहाल निवेश के लिए बंद हैं। हालांकि ETF फॉर्म में ये स्टॉक एक्सचेंज पर उपलब्ध हैं।
अभी कौन-कौन सी स्कीमें ओपन हैं निवेश के लिए?
लगभग 70 इंटरनेशनल स्कीमों में से सिर्फ 26 स्कीमें इस समय नए निवेश के लिए खुली हैं।
इनमें आप SIP और Lumpsum दोनों के जरिए निवेश कर सकते हैं।
कुछ उदाहरण
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Edelweiss Mutual Fund सभी इंटरनेशनल स्कीमें ओपन लेकिन ₹10 लाख प्रति PAN प्रति दिन की लिमिट
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Baroda BNP Paribas Aqua FoF Lumpsum निवेश संभव, SIP बंद, ₹5 लाख प्रति दिन की सीमा
इंडस्ट्री की मांग निवेश सीमा बढ़ाई जाए
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जून 2025 तक, इंटरनेशनल फंड्स ने ₹58,000 करोड़ विदेशी बाजारों में लगाए हैं
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फंड हाउसेज और इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब समय आ गया है कि RBI और SEBI विदेशी निवेश की लिमिट में छूट दें
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इससे न केवल निवेशकों को डायवर्सिफिकेशन मिलेगा, बल्कि बेटर रिटर्न का मौका भी
निष्कर्ष
अगर आप भी विदेशी बाजारों में निवेश से फायदा उठाना चाहते हैं, तो ETF route से ट्रेडिंग या अब खुले फंड्स में लिमिटेड निवेश ही विकल्प हैं।
RBI की सीमा कब बढ़ेगी, यह फिलहाल अनिश्चित है — लेकिन इंटरनेशनल फंड्स का रिटर्न साबित करता है कि ये स्कीमें लॉन्ग टर्म के लिए फायदेमंद हो सकती हैं।