IREDA ने Gensol Engineering के खिलाफ Insolvency याचिका दायर की

IREDA ने Gensol Engineering के खिलाफ याचिका की

पहली बार Gensol के खिलाफ Insolvency कार्यवाही शुरू

सरकारी संस्था IREDA (Indian Renewable Energy Development Agency) ने Gensol Engineering के खिलाफ दिवाला प्रक्रिया (Insolvency Proceedings) की शुरुआत करते हुए NCLT (National Company Law Tribunal) में याचिका दाखिल की है। यह पहली बार है जब किसी ऋणदाता (Creditor) ने Gensol के खिलाफ ऐसी कानूनी कार्रवाई की है।

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Promoters पर धोखाधड़ी और फंड के दुरुपयोग का आरोप

Gensol के पूर्व प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और उनके भाई पुनीत सिंह जग्गी पर गंभीर धोखाधड़ी (Fraud) और फंड के दुरुपयोग (Misappropriation of Funds) के आरोप लगे हैं। इन पर चल रही जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।

510 करोड़ रुपये का बकाया, EV खरीद के लिए मिला था लोन

IREDA ने दावा किया है कि Gensol Engineering पर उसका कुल बकाया ₹510 करोड़ है। यह राशि कंपनी को इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की खरीद के लिए दी गई थी।

SEBI की जांच में हुए बड़े खुलासे

SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) की जांच में पाया गया कि जग्गी भाइयों ने कंपनी के लोन का इस्तेमाल व्यक्तिगत खर्चों में किया। इन पैसों से DLF गुरुग्राम में लग्ज़री अपार्टमेंट खरीदा गया, क्रेडिट कार्ड बिल, गोल्फ सेट, और रिश्तेदारों को फंड ट्रांसफर किया गया।

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प्रमोटर्स ने दिए इस्तीफे, SEBI ने लगाई पाबंदी

घोटाले के आरोप सामने आने के बाद Gensol के मैनेजिंग डायरेक्टर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। SEBI ने दोनों को किसी भी कंपनी में महत्वपूर्ण पद संभालने से रोक दिया है।

BluSmart से Gensol का संबंध

गौरतलब है कि अनमोल सिंह BluSmart राइड-हेलिंग कंपनी के सह-संस्थापक (Co-founder) भी हैं। Gensol द्वारा खरीदे गए EVs को BluSmart को लीज़ पर दिया गया था।

Gensol ने कुल ₹977.75 करोड़ का लोन लिया

SEBI के अनुसार, Gensol ने विभिन्न परियोजनाओं के लिए कुल ₹977.75 करोड़ का कर्ज लिया, जिसमें से ₹663.89 करोड़ का लोन 6,400 इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए था। हालांकि, इसका बड़ा हिस्सा कथित रूप से निजी इस्तेमाल में लगाया गया।

EoW में भी दर्ज की गई थी शिकायत

IREDA पहले भी Gensol के प्रमोटर्स के खिलाफ Economic Offences Wing (EoW) में शिकायत दर्ज करा चुकी है। आरोप था कि उन्होंने बिना जानकारी दिए कंपनी में अपनी हिस्सेदारी (Stake) कम कर दी थी।

SEBI ने दिया Forensic Audit का आदेश

SEBI ने Gensol और उससे जुड़ी सभी कंपनियों का फॉरेंसिक ऑडिट करवाने का आदेश दिया है। इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि फंड्स का इस्तेमाल कहां और कैसे किया गया।

शेयर प्रदर्शन भारी गिरावट के बाद रिकवरी

Gensol Engineering के शेयरों में हाल ही में भारी गिरावट देखी गई थी। हालांकि, पिछले दो दिनों से स्टॉक upper circuit में है। बुधवार को शेयर 5% की बढ़त के साथ ₹59.47 पर बंद हुआ। यह स्टॉक अपने 52-हफ्तों के उच्च स्तर से करीब 95.43% और अब तक के उच्चतम स्तर से लगभग 97.85% नीचे है।

निष्कर्ष

Gensol Engineering फिलहाल गंभीर वित्तीय और कानूनी संकट से गुजर रही है। IREDA द्वारा NCLT में दायर Insolvency याचिका और SEBI की जांच ने कंपनी की साख पर गहरा असर डाला है। निवेशकों और बाजार विश्लेषकों को यह घटनाक्रम नज़दीकी से मॉनिटर करना चाहिए।

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