Jane Street

Jane Street की भारत में वापसी SEBI की अनुमति

Jane Street की भारत में वापसी SEBI की अनुमति

Jane Street को भारतीय बाजार में दोबारा ट्रेडिंग की इजाजत, SEBI ने रखी कड़ी शर्तें

Jane Street, जो दुनिया की अग्रणी ट्रेडिंग कंपनियों में शामिल है, ने भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर एंट्री ले ली है।
हालांकि, ये वापसी बिना शर्त नहीं हुई — SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने कंपनी पर नजर रखते हुए कई सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं।

SEBI का आदेश और प्रतिबंध की पृष्ठभूमि

  • 3 जुलाई 2025 को SEBI ने Jane Street और उससे संबद्ध कुछ संस्थाओं पर manipulative trading strategies के आरोप लगाते हुए अंतरिम प्रतिबंध लगा दिया था।

  • आरोप था कि कंपनी ने Bank Nifty स्टॉक्स में ऐसे ट्रेडिंग पैटर्न का प्रयोग किया जिससे बाजार में असमानता और अनुचित लाभ की स्थिति बनी।

 Escrow Account में जमा की गई भारी रकम:

  • SEBI ने कंपनी को ₹4,844 करोड़ Escrow Account में जमा करने का निर्देश दिया, जिससे निवेशकों के हितों की रक्षा की जा सके।

  • Jane Street ने 14 जुलाई की डेडलाइन से पहले पूरी रकम जमा कर दी, जिसके बाद SEBI ने बैन हटाने की मंजूरी दी।

SEBI की सख्त शर्तें पूरी गतिविधि पर निगरानी

Jane Street को मिली अनुमति बिना शर्त नहीं है। SEBI ने निर्देश दिए हैं कि:

  • NSE और BSE को कंपनी की ट्रेडिंग गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखनी होगी

  • विशेषकर Futures, Options, और अन्य डेरिवेटिव्स ट्रेड पर सतर्कता बरतनी होगी

  • कंपनी को दोबारा manipulative strategies के उपयोग से साफ मना किया गया है

Jane Street

क्या थी Jane Street की विवादित रणनीति?

SEBI के अनुसार, Jane Street ने एक दो-भाग वाली ट्रेडिंग रणनीति अपनाई थी:

  1. Bank Nifty के स्टॉक्स में भारी कैश और फ्यूचर्स खरीदारी की गई जिससे इंडेक्स में तेज़ी आई

  2. फिर कंपनी ने उन्हीं स्टॉक्स को ऊंचे रेट पर बेचा, लेकिन Index Options में शॉर्ट पोजीशन बनाए रखी

  3. जब मार्केट में गिरावट आई, तो इस शॉर्ट पोजीशन से भारी मुनाफा कमाया गया

SEBI का मानना है कि यह रणनीति बाजार की स्वाभाविक गतिविधियों को प्रभावित करने और अनुचित लाभ लेने का प्रयास था।

Jane Street की सफाई हमने कोई मैनिपुलेशन नहीं किया

Jane Street ने SEBI के आरोपों को स्पष्ट रूप से नकारा है। कंपनी का कहना है:

  • यह एक सामान्य Index Arbitrage Strategy है, जो दुनियाभर में ट्रेडर्स अपनाते हैं

  • यह रणनीति अलग-अलग इंस्ट्रूमेंट्स की कीमतों में छोटे-छोटे अंतर का लाभ उठाने पर आधारित है

  • सूत्रों के मुताबिक, Jane Street के अधिकारियों ने SEBI के साथ सीधी बातचीत भी की और अपनी स्थिति स्पष्ट की

अभी Options Trading नहीं करेगी Jane Street

हालांकि कंपनी को दोबारा ट्रेडिंग की अनुमति मिल गई है, लेकिन फिलहाल उसने यह संकेत दिया है कि:

  • वह Options Trading दोबारा शुरू नहीं करेगी

  • इसका उद्देश्य है कि कंपनी अब और भी सतर्क और रेगुलेटरी-कॉम्प्लायंट तरीके से आगे बढ़े

निष्कर्ष क्या बदलेगा भारत में वैश्विक ट्रेडर्स का रवैया?

Jane Street की वापसी भारतीय बाजार के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।

  • यह घटना दर्शाती है कि SEBI अब पहले से कहीं ज्यादा सतर्क और सख्त हो गया है

  • रेगुलेटरी बेंचमार्क ग्लोबल स्तर पर ट्रेड करने वाली कंपनियों के लिए नई दिशा तय कर सकता है

  • आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि Jane Street अपनी रणनीति में क्या बदलाव करती है और SEBI की आगे की जांच क्या नतीजे देती है

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *