Jane Street की हाई-प्रोफाइल हायरिंग
दिसंबर 2024 में, IIT Madras के एक छात्र को अमेरिकी ट्रेडिंग फर्म Jane Street ने ₹4.3 करोड़ प्रति वर्ष का पैकेज ऑफर किया।
यह उस प्लेसमेंट सीजन का सबसे बड़ा ऑफर था, जिसने काफी सुर्खियां बटोरीं।
Jane Street की भर्ती प्रक्रिया दुनिया की सबसे कठिन प्रक्रियाओं में मानी जाती है, जिसमें शामिल होते हैं:
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Quantitative Problem Solving
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Complex Coding Challenges
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Probability & Puzzle Solving
यह फर्म MIT, Harvard, Oxford, Princeton जैसे टॉप ग्लोबल यूनिवर्सिटीज़ से हायर करती है — और अब भारत के IITs भी तेजी से उसकी लिस्ट में शामिल हो रहे हैं।
SEBI ने Jane Street को भारतीय बाजार से बैन किया
SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) ने Jane Street और उससे जुड़ी संस्थाओं को भारतीय Securities Market से प्रतिबंधित कर दिया है।
SEBI का आरोप है कि Jane Street ने Expiry Days पर Index Options में हेरफेर कर अरबों का मुनाफा कमाया।
SEBI के अनुसार, फर्म को ₹4,843 करोड़ की अवैध कमाई को Escrow Account में जमा करना होगा।
भारत में Jane Street की मौजूदगी कैसे है?
Jane Street Capital एक ग्लोबल Proprietary Trading Firm है, जो क्लाइंट के पैसों से नहीं, बल्कि अपने खुद के फंड्स से ट्रेड करती है।
भारत में इसकी मौजूदगी निम्नलिखित इकाइयों के जरिए है:
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Jane Street Singapore PTE Ltd (as FPI)
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JSI Investments Pvt Ltd
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JSI2 Investments Pvt Ltd
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Jane Street Asia Trading
SEBI का अंतरिम आदेश – सभी गतिविधियों पर रोक
SEBI के इंटरिम ऑर्डर में इन सभी संस्थाओं को भारतीय बाजार में किसी भी प्रकार के Buy या Sell Transactions से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
साथ ही, बैंकों को निर्देश दिया गया है कि बिना SEBI की अनुमति कोई भी फंड ट्रांसफर या डेबिट न किया जाए।
Market Manipulation कैसे किया गया?
SEBI की जांच के अनुसार, January 2023 से March 2025 के बीच:
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Jane Street ने ₹44,358 करोड़ का मुनाफा कमाया
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Expiry Days पर सुबह के समय BANKNIFTY और NIFTY50 Futures व Cash खरीद कर इंडेक्स को आर्टिफिशियली ऊपर ले जाया गया
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फिर दोपहर या बाजार बंद होने से ठीक पहले बेचकर भारी मुनाफा कमाया गया
इससे 93% रिटेल ट्रेडर्स को नुकसान हुआ।
घाटे का दिखावा, असली मुनाफा छुपाया गया
Jane Street ने जानबूझकर कुछ सेगमेंट्स में ₹7,208 करोड़ का घाटा दिखाया ताकि उसका मुनाफा कम नजर आए।
लेकिन नेट प्रॉफिट ₹36,502 करोड़ रहा।
SEBI ने पाया कि फर्म ने कई बार F&O सेटलमेंट से ठीक पहले कीमतों में छेड़छाड़ की, जिससे Expiry Price Manipulation हुआ।
निष्कर्ष भारतीय बाजार में हेरफेर अब बर्दाश्त नहीं
SEBI की कार्रवाई यह साफ संदेश देती है कि भारतीय बाजार में किसी भी प्रकार की हेरफेर अब बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
Jane Street पर बैन और ₹4,843 करोड़ की रिकवरी का आदेश, भारत के मार्केट सिस्टम को पारदर्शी और सुरक्षित बनाए रखने की दिशा में एक मजबूत कदम है।