Mutual Fund में Large-Cap निवेश में 53% गिरावट
क्या है बड़ी खबर?
Association of Mutual Funds in India (AMFI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में Large-Cap Funds में निवेश में 53.19% की भारी गिरावट दर्ज की गई।
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अप्रैल 2025 में Large-Cap Funds में निवेश: ₹2,670 करोड़
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मई 2025 में निवेश घटकर रह गया: ₹1,250.47 करोड़
ये गिरावट ऐसे समय में आई है जब Nifty 50 और Sensex ने मई में करीब 2% की मजबूती दिखाई थी, जिससे संकेत मिलता है कि बाजार की मजबूती के बावजूद निवेशकों की प्राथमिकताएं बदल रही हैं।
गिरावट का कारण निवेशकों की बदलती सोच
हिमांशु श्रीवास्तव, Morningstar India
“Large-Cap को पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं किया गया है, लेकिन यह निवेशकों की पहली पसंद नहीं रह गया है।”
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युवा निवेशक अब Mid-Cap और Small-Cap कंपनियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
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पोस्ट-कोविड निवेश व्यवहार अधिक जोखिम और अधिक संभावनाओं की तरफ झुका है।
विशेषज्ञों की राय Flow बाजार को नहीं चलाता
रमेश मंत्री, CIO, White Oak AMC:
“Flow बाजार को नहीं चलाता, बाजार Flow को चलाता है।”
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Large-Cap में अधिकतर लंप-सम निवेश होते हैं
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जबकि Mid और Small-Cap में निवेशक SIP माध्यम से जुड़ते हैं
Flexi-Cap और Multi-Cap Funds से अप्रत्यक्ष निवेश जारी
हालांकि डायरेक्ट Large-Cap निवेश घटा है, लेकिन Flexi-Cap और Multi-Cap Funds के माध्यम से निवेश जारी है:
फंड का प्रकार | Large-Cap Allocation |
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Flexi-Cap Funds | 59%–60% |
Multi-Cap Funds | 45%–50% |
इसके अलावा, ETFs और Index Funds जैसे passive investment विकल्प भी निवेशकों के बीच लोकप्रिय हो रहे हैं।
क्या वाकई प्रदर्शन कमजोर रहा है?
ACE Equity के अनुसार
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पिछले 1 साल में सिर्फ 45% Large-Cap Funds (33 में से 18) ने Benchmark से बेहतर प्रदर्शन किया
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3 साल में केवल 16 फंड्स ने outperformance दिखाया
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5 साल में यह आंकड़ा घटकर केवल 8 रह गया
Top Performers (1-Year Returns)
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Motilal Oswal Large Cap Fund – 22%
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DSP Large Cap Fund – 13%
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BNP Baroda MF – 10.4%
Top Performers (5-Year Returns)
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Nippon Large Cap Fund – 26%
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ICICI Prudential Bluechip Fund – 24%
“Large-Cap में भी alpha generate किया जा सकता है,”
— अतुल मेहरा, Fund Manager, Motilal Oswal AMC
सेक्टर आधारित नजरिया Large-Cap अब भी वैल्यू देता है
नरेंद्र सोलंकी, Head of Equity Research, Anand Rathi
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Banking और IT जैसे सेक्टरों में हालिया सुस्ती के कारण Large-Cap को लेकर धारणा कमजोर हुई है।
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लेकिन Valuation के लिहाज से Large-Cap अब भी आकर्षक है।
चेतावनी भी जरूरी
“Small और Mid-Cap की मौजूदा तेजी को लेकर जरूरत से ज्यादा उत्साहित नहीं होना चाहिए।”
— रमेश मंत्री
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Long-Term में ये सेगमेंट हमेशा Large-Cap से बेहतर नहीं होते
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वर्तमान में Large-Cap कंपनियां करीब 20% डिस्काउंट पर ट्रेड कर रही हैं
निष्कर्ष Value के निवेशक Large-Cap से मुंह न मोड़ें
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यदि आप लंबी अवधि के निवेशक हैं, तो Large-Cap Funds को पूरी तरह से नजरअंदाज करना गलत हो सकता है।
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Flexi और Multi-Cap Funds में बने रहना या Quality Large-Cap Funds में SIP के जरिए निवेश चालू रखना संतुलित रणनीति हो सकती है।