Nifty Analysis सोमवार 14 जुलाई के लिए लेवल्स
गुरुवार 11 जुलाई को भारतीय शेयर बाजार में चौतरफा गिरावट देखने को मिली।
Nifty 50 ने 205 अंकों की गिरावट के साथ 25,149.85 पर क्लोजिंग दी, जबकि Sensex 689.81 अंक टूटकर 82,500.47 पर बंद हुआ।
वीकली परफॉर्मेंस लगातार दूसरा हफ्ता मार्केट गिरा
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Sensex और Nifty – लगभग 1% साप्ताहिक गिरावट
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Nifty IT रहा सबसे कमजोर सेक्टर
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HCL Tech, TCS और Wipro बने टॉप लूजर्स
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दूसरी ओर FMCG सेक्टर ने शानदार प्रदर्शन किया
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Nifty Midcap Index: 1.6% गिरावट
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Nifty Bank अपेक्षाकृत मजबूत – केवल 0.5% नीचे
ग्लोबल कारणों से मार्केट में दबाव
Geojit Financial के Vinod Nair के अनुसार
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Q1 FY26 के कमजोर नतीजों की शुरुआत
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India-US Trade Deal में देरी
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Donald Trump की Tariff Warning (15%–50%)
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Global Trade Tension के चलते बाजार में Uncertainty बढ़ी
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US Tariff का प्रभाव कनाडा और भारत के निवेश सेंटिमेंट पर भी पड़ा
Selective Buying FMCG और Consumption Stocks में मजबूती
FMCG और Urban Demand वाले Consumption Stocks में कुछ खरीदारी देखने को मिली।
इसके पीछे के कारण
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बेहतर Monsoon
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घटती महंगाई
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High Margins
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Stable Demand
इससे FMCG Index 1% तक मजबूत नजर आया। HUL, Varun Beverages, Emami जैसे शेयरों में 2–5% की बढ़त दर्ज की गई।
Expensive Valuation और Weak IT Results से दबाव
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Valuation अब भी ऊंचे हैं – Trigger की कमी
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TCS के कमजोर नतीजों ने IT सेक्टर को और गिराया
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FY26 EPS Growth Estimates पर सवाल
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निवेशक अब Earnings Guidance पर फोकस कर रहे हैं
सोमवार, 14 जुलाई के लिए Nifty Levels
अगर शुरुआती घंटे में Nifty 25,150–25,160 के ऊपर जाता है तो:
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Upside Target
25,250
25,400
नीचे की ओर अहम सपोर्ट लेवल
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Support 1 25,090
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Support 2 24,900
टेक्निकल व्यू Nifty अभी भी कमजोर
Rupak De, LKP Securities के मुताबिक:
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Nifty ने वीकली चार्ट पर पिछले स्विंग लो को तोड़ा
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डेली टाइम फ्रेम पर 21-EMA के नीचे क्लोजिंग
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RSI में Negative Crossover – यह कमजोरी का संकेत
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200-Hour Moving Average के पास अस्थायी सपोर्ट संभव
अगले सप्ताह इन आंकड़ों पर रहें नज़र
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India Inflation Data (CPI, WPI)
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US CPI और Tariff Update
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China GDP and Macro Data
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Q1 Earnings Season Updates (TCS, Infosys, HUL, ICICI Bank)
निष्कर्ष बाजार अस्थिर, सतर्क रहना होगा
निवेशकों को चाहिए कि वे अब केवल टेक्निकल बाउंस पर नहीं, बल्कि फंडामेंटल स्ट्रेंथ और सेक्टर बेस्ड एप्रोच पर फोकस करें।
आने वाले सप्ताह में IT, Capital Goods और Export Stocks में वोलैटिलिटी ज्यादा रह सकती है।