Nifty IT में गिरावट तीन दिन की तेजी के बाद
तीन दिनों की तेजी के बाद थमा IT सेक्टर का जोश
बुधवार, 19 जून को Nifty IT इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली। लगातार तीन कारोबारी सत्रों की मजबूती के बाद आज निवेशकों ने मुनाफावसूली (Profit Booking) शुरू की, जिससे सभी 10 IT स्टॉक्स लाल निशान में बंद हुए।
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Nifty IT में 0.5% से अधिक की गिरावट
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इंडेक्स में शामिल कोई भी स्टॉक हरे निशान में नहीं रहा
US Fed Policy का असर सतर्क हो गया बाजार
US Federal Reserve की ब्याज दर नीति (Interest Rate Policy) को लेकर निवेशक अब सतर्क हो गए हैं। भारतीय IT कंपनियों की बड़ी आमदनी अमेरिका से होती है, इसलिए अमेरिकी नीतियों का सीधा असर इन कंपनियों पर पड़ता है।
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पिछले 10 में से 9 सेशंस में Nifty IT हरे निशान में बंद हुआ था
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कारण US Fed से रेपो रेट कटौती (Rate Cut) की उम्मीद
सबसे बड़ी गिरावट Coforge और TCS में
आज के कारोबार में Coforge और TCS पर सबसे अधिक दबाव रहा। इन दोनों स्टॉक्स में 1% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई।
बाकी 8 कंपनियों में भी कमजोरी देखी गई
कंपनी | गिरावट |
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LTI Mindtree | <1% |
Infosys | <1% |
MPhasis | <1% |
Persistent Systems | <1% |
HCLTech | <1% |
Oracle Financial Services Software (OFSS) | <1% |
Wipro | <1% |
Tech Mahindra | <1% |
Angel One का विश्लेषण सतर्कता जरूरी
Angel One के Chief Technical & Derivatives Analyst – Sameet Chavan का कहना है कि फिलहाल घरेलू बाजार में कोई बड़ा ट्रिगर मौजूद नहीं है। बाजार की निगाहें अब पूरी तरह US Fed की घोषणा पर टिकी हैं।
सलाह निवेशकों को cautious approach अपनाने और Risk Management पर ध्यान देने की जरूरत है।
निष्कर्ष फिर कब लौटेगी IT सेक्टर में तेजी?
Nifty IT में हाल की गिरावट से यह संकेत मिलता है कि बाजार अब वैश्विक नीतियों का इंतजार कर रहा है। अगर US Federal Reserve से सकारात्मक संकेत मिलते हैं — जैसे ब्याज दरों में कटौती की घोषणा — तो IT शेयरों में दोबारा खरीदारी की लहर देखने को मिल सकती है।