RBI Cuts Repo Rate नई मौद्रिक नीति के प्रमुख फैसले
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 53वीं मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं।
मौद्रिक नीति के प्रमुख निर्णय
- Repo Rate 0.25% घटाकर 6.25% किया गया।
- Standing Deposit Facility (SDF) Rate 6.00% पर समायोजित।
- Marginal Standing Facility (MSF) Rate और Bank Rate 6.50% रखा गया।
- Monetary Policy Stance: Neutral, जिससे मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखते हुए आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा दिया जा सके।
आर्थिक विकास पर प्रभाव
वैश्विक आर्थिक परिस्थितियां
- वैश्विक अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट औसत से कम है, लेकिन कुछ संकेतक मजबूती दिखा रहे हैं।
- Geopolitical tensions, policy uncertainties और मजबूत डॉलर से उभरती अर्थव्यवस्थाओं पर दबाव।
- वित्तीय बाजारों में वोलैटिलिटी में वृद्धि देखी गई।
भारत की GDP ग्रोथ अनुमान (2024-25 और 2025-26)
2024-25 6.4% अनुमानित
- Private Consumption, Services, और Agriculture में सुधार से समर्थन।
- Union Budget 2025-26 में टैक्स रिलीफ से घरेलू खपत को बढ़ावा।
- High Capacity Utilization, मजबूत कॉर्पोरेट बैलेंस शीट, और सरकारी कैपिटल एक्सपेंडिचर से निवेश में तेजी।
- Services Exports वृद्धि को आगे बढ़ाएंगे।
जोखिम कारक
- Geopolitical Risks, ट्रेड प्रोटेक्शनिज्म, कमोडिटी प्राइस वोलैटिलिटी, और वित्तीय अनिश्चितता ग्रोथ को प्रभावित कर सकते हैं।
2025-26 6.7% अनुमानित
तिमाही GDP वृद्धि अनुमान
- Q1 6.7%
- Q2 7.0%
- Q3 & Q4 6.5% प्रत्येक तिमाही में
RBI का यह कदम क्यों महत्वपूर्ण है?
- मई 2020 के बाद पहली बार Repo Rate में कटौती की गई है।
- उद्देश्य मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखते हुए आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देना।
- नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के नेतृत्व में यह पहला बड़ा नीतिगत परिवर्तन है, जो भारत की आर्थिक मजबूती को दर्शाता है।
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