RBI Gold Loan Policy 2025
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 2025 में गोल्ड लोन से जुड़े नियमों में बड़ा बदलाव करते हुए छोटे कर्ज़ लेने वालों को बड़ी राहत दी है। खासकर जिन ग्राहकों को ₹2.5 लाख तक का गोल्ड लोन चाहिए, उनके लिए अब लोन मिलना और आसान हो गया है।
अब क्या बदला है?
LTV बढ़ा अब 75% की जगह मिलेगा 85% तक लोन
अब ग्राहक अपनी सोने की ज्वैलरी के मूल्य पर 75% की जगह 85% तक लोन ले सकते हैं।
उदाहरण
अगर आपकी ज्वैलरी की कीमत ₹1 लाख है,
तो पहले आपको ₹75,000 तक का लोन मिलता था।
अब मिल सकता है ₹85,000 तक का लोन।
₹2.5 लाख तक के लोन पर क्रेडिट एप्रेज़ल नहीं
RBI ने ड्राफ्ट में ये भी प्रस्ताव रखा है कि ₹2.5 लाख तक के गोल्ड लोन पर किसी तरह की credit appraisal प्रक्रिया की जरूरत नहीं होगी। इससे प्रोसेसिंग टाइम और दस्तावेजी प्रक्रिया घटेगी।
12 महीने की Repayment छूट
Bullet Repayment के लिए अधिकतम समयसीमा अब 12 महीने तय की गई है, जिससे ग्राहकों को लचीलापन मिलेगा।
NBFCs के लिए पोर्टफोलियो लिमिट
NBFC कंपनियों के लिए गोल्ड लोन पोर्टफोलियो की सीमा तय करने का भी प्रस्ताव रखा गया है, ताकि जोखिम प्रबंधन बेहतर हो सके।
RBI का मकसद क्या है?
RBI गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा है कि ये कदम उन ग्राहकों के लिए है जो छोटे-छोटे गोल्ड लोन लेते हैं। खासतौर पर ग्रामीण और अर्ध-शहरी इलाकों के लोगों को इससे बड़ी राहत मिलेगी।
बाजार की प्रतिक्रिया शेयरों में उछाल
RBI की इस घोषणा के बाद 6 जून 2025 को गोल्ड लोन कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली:
कंपनी | बंद भाव | प्रतिशत वृद्धि |
---|---|---|
Manappuram Finance | ₹247.80 | 🔼 +5.64% |
Muthoot Finance | ₹2,454.80 | 🔼 +6.98% |
IIFL Finance | ₹451.50 | 🔼 +5.20% |
ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने इस बदलाव का स्वागत करते हुए कहा कि इससे गोल्ड लोन बिज़नेस को दोबारा गति मिलेगी।
निष्कर्ष गोल्ड लोन सेगमेंट को नई ऊर्जा
RBI की गोल्ड लोन नीति 2025 ने न केवल छोटे कर्ज़ लेने वालों की समस्या को कम किया है, बल्कि NBFC सेक्टर और गोल्ड लोन कंपनियों को भी मजबूती दी है। आने वाले समय में इस सेगमेंट में और तेजी की उम्मीद की जा सकती है।