Small Finance Banks को RBI से बड़ी राहत
आज भारतीय शेयर बाजार की नजर Small Finance Banks (SFBs) पर टिकी हुई है। कारण है – RBI का एक नया सर्कुलर, जो इन बैंकों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। यह सर्कुलर वित्त वर्ष 2025-26 (FY26) से प्रभावी होगा और इसमें Priority Sector Lending (PSL) से जुड़े नियमों में लचीलापन दिया गया है।
क्या बदले हैं RBI के नए नियम?
PSL की आवश्यक सीमा में कटौती:
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पहले SFBs को कुल PSL का 75% टारगेट पूरा करना होता था
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अब यह टारगेट घटकर सिर्फ 60% कर दिया गया है
Additional PSL Component में राहत:
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पहले 35% का अतिरिक्त PSL पोर्टफोलियो जरूरी था
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अब इसे घटाकर 20% कर दिया गया है
मतलब क्या है?
अब SFBs को कम PSL देना होगा और वे अपने लोन पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई कर सकेंगे यानी PSL के बाहर दूसरे सेक्टर्स को भी लोन दे सकेंगे।
ब्रोकर फर्म्स की क्या राय है?
Morgan Stanley
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RBI का यह कदम Structural Positive है
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SFBs को अब अधिक फ्लेक्सिबिलिटी मिलेगी
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लॉन्ग टर्म में ग्रोथ बेहतर हो सकती है
Citi
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PSL टारगेट घटने से SFBs अब Non-PSL सेगमेंट में भी काम कर सकेंगे
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पहले MFI को अधिक लोन देना पड़ता था, अब पोर्टफोलियो को बेहतर बैलेंस किया जा सकेगा
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यह कदम SFBs के Loan Book Diversification में मदद करेगा
बाजार की प्रतिक्रिया
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निवेशकों और एनालिस्ट्स ने इस सर्कुलर को पॉजिटिव लिया है
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इससे SFB सेक्टर को नए अवसर, रिटर्न और वॉल्यूम ग्रोथ मिल सकती है
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शेयर बाजार में कई SFBs में तेजी की संभावना बन सकती है
निष्कर्ष निवेशकों के लिए क्या मायने हैं?
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नए RBI नियम से SFBs को अधिक बिज़नेस स्वतंत्रता मिलेगी
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वे अब कम जोखिम और बेहतर मार्जिन वाले सेगमेंट में विस्तार कर सकते हैं
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लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए यह सेक्टर अब और भी आकर्षक हो गया है