ब्याज दरों में कटौती
बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने देशवासियों को एक बड़ी राहत देते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की और इसे 6% कर दिया। यह 2025 में लगातार दूसरी बार हुआ है जब ब्याज दरों में कटौती की गई है। इसके चलते उम्मीद थी कि बाजार में उछाल आएगा, लेकिन हुआ ठीक इसका उल्टा।
बाजार की चाल
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Sensex 379 अंकों की गिरावट, बंद हुआ 73847 पर
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Nifty 50 136 अंकों की गिरावट, बंद हुआ 22399 पर
ब्याज दर में कटौती के बावजूद बाजार क्यों गिरा?
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ग्लोबल अनिश्चितता
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रिसिप्रोकल टैरिफ नीति और चीन पर 104% टैरिफ की घोषणा ने वैश्विक बाजारों में डर और अस्थिरता फैला दी है। -
गोल्ड लोन फाइनेंस कंपनियों पर असर
RBI की नई गाइडलाइंस के तहत स्वर्ण आधारित ऋण (Gold Loan) को लेकर कड़े दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
इसके चलते-
मुथूट फाइनेंस 🔻
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आईआईएफएल फाइनेंस 🔻
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मण्णापुरम फाइनेंस 🔻
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बैंकिंग सेक्टर में दबाव
ब्याज दरों में कटौती से बैंकों की Net Interest Margin पर असर पड़ता है, जिससे बैंकिंग स्टॉक्स में बिकवाली देखने को मिली।
RBI के इस फैसले के पॉजिटिव पक्ष
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लोन सस्ता होने से कंज्यूमर डिमांड बढ़ेगी
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हाउसिंग, ऑटो, MSME सेक्टर को फायदा होगा
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निवेश बढ़ेगा, जिससे GDP ग्रोथ को गति मिल सकती है
विश्लेषण
“RBI का यह कदम दीर्घकालिक दृष्टि से बहुत सकारात्मक है, लेकिन शॉर्ट टर्म में ग्लोबल अस्थिरता ने इसका असर दबा दिया है। निवेशकों को धैर्य रखना चाहिए और गिरावट में क्वालिटी स्टॉक्स पर फोकस करना चाहिए।”
— एक मार्केट एनालिस्ट की राय
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क्या RBI की ब्याज दर कटौती आने वाले समय में बाजार के लिए फायदेमंद होगी?
क्या टैरिफ संकट से बाजार उबर पाएगा?
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