₹300 करोड़ के स्कैम का खुलासा
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (Sebi) ने 19 जून को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए लगभग ₹300 करोड़ के ‘Pump and Dump’ स्कैम का पर्दाफाश किया। यह रेड अहमदाबाद, मुंबई और गुरुग्राम में की गई, जो अब तक की सबसे बड़ी Search & Seizure कार्रवाई मानी जा रही है।
Sebi का आमतौर पर क्या रुख होता है?
Sebi आमतौर पर ऐसे मामलों में केवल अधिसूचना और प्रतिबंध तक ही सीमित रहता है।
लेकिन इस केस में Sebi ने सीधे रेड और जब्ती की प्रक्रिया अपनाई — जो कि गंभीर अनियमितताओं का संकेत है।
15–20 Shell Companies पर फोकस
Sebi की इस कार्रवाई का केंद्र रहीं 15–20 ऐसी Shell Companies, जिन्हें कुछ लिस्टेड कंपनियों के Promoters ने बनाया था।
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इन कंपनियों को Proprietary Traders के रूप में रजिस्टर किया गया था।
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इन्हीं के ज़रिए स्टॉक्स को पंप और फिर डंप किया गया।
दो लिस्टेड Agro-Tech कंपनियों और उनके Promoters इस पूरे घोटाले के मुख्य सूत्रधार माने जा रहे हैं।
दस्तावेज़ और रबर स्टैम्प जब्त
रेड के दौरान Sebi ने:
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महत्त्वपूर्ण कागजात
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रबर स्टैम्प
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डिजिटल रिकॉर्ड और अन्य साक्ष्य जब्त किए हैं।
शुरुआती अनुमान के मुताबिक, यह स्कैम ₹300 करोड़ तक का हो सकता है।
हालांकि, डॉक्यूमेंट्स की विस्तृत जांच के बाद ही अंतिम आंकड़ा सामने आएगा।
क्या होता है Pump and Dump स्कैम?
इस फ्रॉड स्कीम का तरीका सीधा है:
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कुछ इनसाइडर या प्रमोटर्स पहले खुद या अपने जानकारों के जरिए किसी शेयर को खरीदते हैं।
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शेयर की कीमत कृत्रिम रूप से ऊपर जाती है।
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रिटेल निवेशक लालच में फंसकर ऊंचे दामों पर शेयर खरीदते हैं।
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स्कीम करने वाले ऊपर के स्तर पर बेचकर बाहर निकल जाते हैं।
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उसके बाद शेयर की कीमत धड़ाम से गिरती है, और आम निवेशक फंस जाता है।
एक चौंकाने वाला उदाहरण
“एक आरोपी कंपनी का शेयर ₹1 से ₹40 तक चढ़ा और फिर ₹2–3 पर वापस आ गया, जबकि कंपनी के फंडामेंटल्स में कोई बदलाव नहीं हुआ।”
यह एक क्लासिक ‘Pump & Dump’ पैटर्न है।
क्या Telegram Channel भी इस साजिश में शामिल?
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Sebi यह जांच कर रहा है कि क्या Telegram Channel के ज़रिए इन कंपनियों के शेयरों को अनरजिस्टर्ड एनालिस्ट्स प्रमोट कर रहे थे।
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ये चैनल रिटेल इन्वेस्टर्स को गुमराह करके स्टॉक्स खरीदने के लिए प्रेरित करते थे।
यदि यह पुष्टि होती है, तो यह भारत में सोशल मीडिया के जरिए शेयर घोटाले का एक गंभीर उदाहरण बन सकता है।
निष्कर्ष
Sebi की यह कार्रवाई एक कड़ा संदेश है —
“Pump and Dump स्कीम चलाने वालों के खिलाफ अब सिर्फ जुर्माना नहीं, सीधे रेड और सख्त कार्रवाई होगी।”