सेबी का एक्शन ‘She Wolf’ अस्मिता जितेश पटेल
शेयर बाजार में लोग बड़े सपनों के साथ आते हैं, लेकिन कई बार फिन इन्फ्लुएंसर उन्हें गुमराह करके लालच में फंसा लेते हैं।
सेबी ने हाल ही में एक बड़े ट्रेडिंग स्कैम का पर्दाफाश किया है, जिसमें अस्मिता जितेश पटेल को ₹53 करोड़ के जुर्माने के साथ बाजार से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
कौन हैं अस्मिता जितेश पटेल?
अस्मिता पटेल ने खुद को “She Wolf of Trading” के रूप में पेश किया और लोगों को महंगे कोर्सेज बेचकर गुमराह किया।
उनके कोर्स ₹7 लाख तक के थे, जिनमें उन्होंने दावा किया कि 300 प्रतिशत तक रिटर्न मिल सकता है।
सेबी का एक्शन और लगाए गए आरोप
- ₹53 करोड़ की संपत्ति जब्त
- बाजार से प्रतिबंध
- फर्जी और भ्रामक वादे करने का आरोप
- लोगों को ट्रेडिंग के नाम पर गुमराह करना
“अस्मिता पटेल ग्लोबल स्कूल ऑफ ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड” नाम की कंपनी के जरिए, उन्होंने कोर्स बेचे और दावा किया कि लोग “लेट्स मेक इंडिया ट्रेड,” “मास्टर इन प्राइस एक्शन ट्रेडिंग” और “ऑप्शन मल्टीप्लायर” कोर्स से लाखों कमा सकते हैं।
कैसे लोगों को फंसाया गया?
- ट्रेडिंग के जरिए ₹30 लाख को ₹3 करोड़ में बदलने के फर्जी दावे
- लोगों को नौकरी छोड़ने और फुल-टाइम ट्रेडर बनने के लिए उकसाना
- म्युचुअल फंड और सेविंग्स को निकालकर ट्रेडिंग में लगाने की सलाह
- टेलीग्राम ग्रुप में जोड़कर फर्जी ट्रेडिंग सिग्नल देना
SEBI की पहले भी हो चुकी है कार्रवाई
- दिसंबर 2024 में, “Bap of Chart” नामक टेलीग्राम ट्रेडिंग गुरु पर भी कार्रवाई हुई थी।
- सेबी ने उसे क्लाइंट्स का पैसा वापस लौटाने का आदेश दिया था।
निवेशकों के लिए चेतावनी ऐसे स्कैम से बचें
- किसी भी अनजान फिन इन्फ्लुएंसर पर भरोसा न करें
- स्टॉक मार्केट में निवेश से पहले सही रिसर्च करें
- SEBI के रजिस्टर्ड एडवाइजर से ही सलाह लें
- 300 प्रतिशत रिटर्न जैसे आकर्षक दावों से बचें
SEBI निवेशकों के हित में काम करता है और ऐसे फर्जी स्कैम के खिलाफ आगे भी एक्शन लेता रहेगा।
क्या आपने भी ऐसे किसी फर्जी कोर्स के बारे में सुना है? अपनी राय नीचे कमेंट में साझा करें।