टाटा कैपिटल IPO अपडेट ₹17,000 करोड़ से बड़ा इश्यू, शुरू हुआ ग्लोबल रोड शो
IPO से पहले निवेशकों को लुभाने की तैयारी
टाटा कैपिटल ने अपने बहुप्रतीक्षित IPO के लिए ग्लोबल और डोमेस्टिक रोड शो की शुरुआत कर दी है। कंपनी की सीनियर लीडरशिप हांगकांग, सिंगापुर, यूके, यूएस और भारत के प्रमुख वित्तीय केंद्रों में संस्थागत निवेशकों से मुलाकात कर रही है।
इन रोड शो का उद्देश्य निवेशकों को कंपनी के प्रदर्शन, रणनीतियों और विकास योजनाओं के बारे में जानकारी देना है।
क्यों आकर्षित कर रहा है टाटा कैपिटल का IPO?
- टाटा ब्रांड की विश्वसनीयता
- विविध लेंडिंग पोर्टफोलियो
- डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर जोर
इन्हीं कारणों से घरेलू और विदेशी दोनों निवेशकों की नज़र इस IPO पर है।
₹17,000 करोड़ से अधिक का इश्यू
4 अगस्त को SEBI को सौंपी गई अपडेटेड फाइलिंग के मुताबिक, यह IPO ₹17,000 करोड़ से अधिक का हो सकता है। इसमें शामिल हैं:
- फ्रेश इश्यू 21 करोड़ नए शेयर
- OFS (Offer for Sale) 26.58 करोड़ शेयर
- टाटा संस 23 करोड़ शेयर
- IFC 3.58 करोड़ शेयर

सितंबर 2025 तक लिस्टिंग अनिवार्य
RBI ने सितंबर 2022 में टाटा कैपिटल को Upper Layer NBFC का दर्जा दिया था। नियमानुसार, ऐसी कंपनियों को 3 साल के भीतर शेयर बाजार में लिस्ट होना जरूरी है। इसका मतलब, टाटा कैपिटल को सितंबर 2025 से पहले IPO लाना ही होगा।
पहले किया था कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग
अप्रैल 2025 में कंपनी ने कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रूट से ड्राफ्ट जमा किया था, जिसे जून में SEBI की मंजूरी मिल गई। इस रूट के फायदे
- गोपनीयता बरकरार रहती है
- बाजार की स्थिति के अनुसार IPO टाइमिंग बदली जा सकती है
- प्रतिस्पर्धियों से बिजनेस डिटेल्स सुरक्षित रहती हैं
निष्कर्ष
टाटा कैपिटल का IPO, भारत के इतिहास में सबसे बड़े इश्यूज में से एक हो सकता है। मजबूत ब्रांड, स्थिर ग्रोथ स्ट्रैटेजी और नियामकीय समयसीमा इसे मार्केट का हॉट टॉपिक बना रही है। निवेशकों—चाहे वे रिटेल हों या संस्थागत—की नज़रें इस IPO पर टिकी हैं।