सेंसेक्स की टॉप कंपनियों का मार्केट कैप गिरा
पिछले सप्ताह शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के बीच Sensex की टॉप 10 वैल्यूएबल कंपनियों में से 8 का Market Cap घट गया।
कुल नुकसान: ₹2,07,501.58 करोड़।
सिर्फ दो कंपनियों — Hindustan Unilever (HUL) और Bajaj Finance — को Market Cap में बढ़त मिली।
इन कंपनियों को हुआ भारी नुकसान
कंपनी | Market Cap नुकसान (₹ करोड़ में) | नया मार्केट कैप (₹ करोड़ में) |
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TCS | ₹56,279.35 | ₹11,81,450.30 |
Bharti Airtel | ₹54,483.62 | ₹10,95,887.62 |
Reliance Industries | ₹44,048.20 | ₹20,22,901.67 |
Infosys | ₹18,818.86 | ₹6,62,564.94 |
ICICI Bank | ₹14,556.84 | ₹10,14,913.73 |
LIC | ₹11,954.25 | ₹5,83,322.91 |
HDFC Bank | ₹4,370.71 | ₹15,20,969.01 |
SBI | ₹2,989.75 | ₹7,21,555.53 |
इस लिस्ट से साफ है कि सबसे ज्यादा नुकसान TCS और Airtel को हुआ।
इन कंपनियों को हुआ फायदा
कंपनी | Market Cap बढ़त (₹ करोड़ में) | नया मार्केट कैप (₹ करोड़ में) |
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Hindustan Unilever (HUL) | ₹42,363.13 | ₹5,92,120.49 |
Bajaj Finance | ₹5,033.57 | ₹5,80,010.68 |
HUL को Jefferies की Bullish Report से फायदा हुआ, वहीं Bajaj Finance में निवेशकों की रुचि बनी रही।
टॉप 10 सबसे वैल्यूएबल कंपनियाँ (Market Cap के आधार पर)
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Reliance Industries
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HDFC Bank
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TCS
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Bharti Airtel
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ICICI Bank
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SBI
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Infosys
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LIC
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Bajaj Finance
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Hindustan Unilever
अगले सप्ताह की IPO Listing 14 से 17 जुलाई
तारीख | कंपनियाँ | Exchange |
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14 जुलाई | Travel Food Services, Chemkart India IPO, Smarten Power Systems | BSE/NSE, SME |
15 जुलाई | GLEN Industries | BSE SME |
16 जुलाई | Asston Pharmaceuticals, CFF Fluid Control (FPO) | BSE SME |
17 जुलाई | Smartworks Coworking Spaces | BSE/NSE |
नोट CFF Fluid Control का FPO 8.45 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
FPO क्या होता है?
जब पहले से लिस्टेड कोई कंपनी फिर से शेयर जारी करती है, तो उसे Follow-on Public Offer (FPO) कहा जाता है।
यह एक सेकेंडरी इश्यू होता है जिसमें कंपनी नई पूंजी जुटाने के लिए मार्केट से फंड लेती है।
निष्कर्ष
Sensex की टॉप कंपनियों को पिछले सप्ताह Market Cap के रूप में भारी झटका लगा, खासकर IT और Telecom सेक्टर की दिग्गज कंपनियों को।
सिर्फ FMCG और NBFC सेगमेंट की दो कंपनियाँ फायदे में रहीं — यह संकेत देता है कि डिफेंसिव सेक्टर्स में निवेशकों की रुचि फिलहाल ज्यादा बनी हुई है।