भारतीय शेयर बाजार में Domestic Institutional Investors (DII) की गतिविधियां निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण संकेत देती हैं। जब DII किसी शेयर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो यह अक्सर कंपनी के मजबूत fundamentals और लंबी अवधि की growth potential की ओर इशारा करता है।
सितंबर 2025 तिमाही में, DII ने 5 प्रमुख कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। आइए एक-एक करके इन्हें समझते हैं।
AU Small Finance Bank
- नई DII हिस्सेदारी 31.89%
- पिछली हिस्सेदारी (जून 2025) 28.87%
- 52-Week High ₹886
- 52-Week Low ₹478
DII का इस बैंक पर भरोसा बढ़ना संकेत देता है कि संस्थागत निवेशक बैंकिंग और लेंडिंग व्यवसाय में निरंतर विस्तार और स्थिरता देख रहे हैं।
Oberoi Realty
- नई DII हिस्सेदारी 13.85%
- पिछली हिस्सेदारी 10.8%
- 52-Week High ₹2343
- 52-Week Low ₹1451
रीयल एस्टेट सेक्टर के प्रीमियम सेगमेंट में Oberoi Realty की मजबूत पोज़िशन DII को आकर्षित कर रही है, खासकर बड़े हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की मांग बढ़ने के दौर में।

Tata Communications
- नई DII हिस्सेदारी 19.03%
- पिछली हिस्सेदारी 14.82%
- 52-Week High ₹2004
- 52-Week Low ₹1291
डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन और क्लाउड सेवाओं की बढ़ती डिमांड के चलते कंपनी की भविष्य की growth story मजबूत मानी जा रही है।
One97 Communications (Paytm)
- नई DII हिस्सेदारी 19.94%
- पिछली हिस्सेदारी 15.71%
- 52-Week High ₹1323
- 52-Week Low ₹651
Paytm की बिजनेस मॉडल रीस्ट्रक्चरिंग और नकदी प्रवाह सुधार की दिशा में उठाए गए कदमों ने संस्थागत निवेशकों को आकर्षित किया है।
Sona BLW Precision Forgings
- नई DII हिस्सेदारी 40.09%
- पिछली हिस्सेदारी 34.56%
- 52-Week High ₹721
- 52-Week Low ₹380
Electric Vehicles (EVs) और Auto Components में बढ़ती मांग के कारण यह कंपनी DII की पसंद बनी हुई है। इतनी बड़ी हिस्सेदारी में बढ़ोतरी लंबी अवधि के भरोसे को दिखाती है।
क्या सीखें निवेशक?
- जब DII किसी स्टॉक में हिस्सेदारी बढ़ाते हैं, तो यह कंपनी के fundamentals के मजबूत होने का संकेत होता है।
- लेकिन निवेश हमेशा जोखिम के साथ आता है, इसलिए किसी भी निर्णय से पहले कंपनी के बिजनेस मॉडल, कर्ज स्थिति और भविष्य की योजना को समझना जरूरी है।
Disclaimer
यह जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें।
